एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के साथ ही सांप्रदायिक हलचल शुरू हो गई है. पवार ने पुणे में हाल ही में हुई सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या को उसी का एक हिस्सा बताया है. उनके मुताबिक अल्पसंख्यकों और दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या को लेकर कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पुलिस इस नजरिए से भी जांच कर रही है कि कहीं केंद्र में बीजेपी की सरकार आने से यह हिंसा तो नहीं हुई.
शरद पवार के बयान के जवाब में शिवसेना ने उनपर निशाना साधा है. पार्टी नेता संजय राउत ने इसे वोट बैंक की राजनीति करार दिया.
संजय राउत ने कहा, 'इस प्रकार से सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करना गलत है. एक हत्या को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. इसका परिणाम एनसीपी सुप्रीमो को भुगतना पड़ेगा.'