महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद महाविकास अघाड़ी EVM के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है. चुनाव में हारने वाले कई उम्मीदवारों ने EVM में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए दोबारा गिनती की अर्जी दाखिल की है. इसी बीच सांसद सुप्रिया सुले ने ईवीएम को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होने कहा कि मैं 4 बार ईवीएम से ही चुनी गई हूं. फिर मैं यह मैं कैसे कह सकती हूं कि ईवीएम गलत है.
युगेंद्र पवार ने वोटों की दोबारा गिनती के लिए अर्जी दाखिल की थी, लेकिन सुप्रिया सुले ने युगेंद्र पवार से अर्जी वापस लेने को कहा था. इस बारे में सवाल पूछे जाने पर सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं 4 बार ईवीएम से चुनी गई हूं, इसलिए मैं यह नहीं कहूंगी कि ईवीएम गलत है, लेकिन जिस तरह से लोगों द्वारा दिया गया वोट संबंधित उम्मीदवार को नहीं मिला. इसलिए ईवीएम को लेकर संदेह जताया जा रहा है, मैं बस इतना कह रही हूं कि अगर हमें चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लानी है, तो ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से वोटिंग कराने में क्या बुराई है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बारामती सीट से युगेंद्र पवार, अपने चाचा अजित पवार के खिलाफ चुनाव लड़ते हुए एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से हार गए थे. शरद पवार गुट से चुनाव लड़ने वाले युगेंद्र ने वोटों की दोबारा गिनती की मांग करते हुए चुनाव आयोग को आवेदन दिया है. इसके साथ ही उन्होंने आयोग के नियमों के अनुसार आवश्यक शुल्क भी जमा कर दिया है.
रिकाउंटिंग का आवेदन करने के बाद युगेंद्र पवार ने कहा था कि अगर मैं अकेला विधानसभा चुनाव हार जाता, तो आवेदन ही नहीं करता, लेकिन पुणे जिले के 11 उम्मीदवारों ने रिकाउंटिंग के लिए आवेदन किया है. विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर पूरे महाराष्ट्र में संशय का माहौल है.