कांग्रेस से अलग होकर महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी (MSP) बनाने वाले नारायण राणे को बीजेपी राज्यसभा भेजेगी. महाराष्ट्र के दिग्गज नेता एवं MSP प्रमुख नारायण राणे को बीजेपी ने राज्यसभा सीट का ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकर कर लिया है. वो सोमवार 12 मार्च को राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे. वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात करेंगे.
नारायण राणे ने कहा, ''मैं राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार 12 मार्च को नामांकन दाखिल करूंगा. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मेरे नाम का सुझाव रखा था. मैं इनका शुक्रिया अदा करता हूं.''
साल 2005 में नारायण राणे ने शिवसेना छोड़ दी थी और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. 10 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद पिछले साल सितंबर में उन्होंने अपनी अनदेखी से नाराज होकर कांग्रेस से भी नाता तोड़ लिया था और महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी बना ली थी. साथ ही एनडीए को समर्थन देने की घोषणा की थी.
यह खबर बीजेपी गलियारे में पहुंची तो मामला सुलग गया. अब राज्यसभा सदस्य बनने के लिए बीजेपी के भीतर कोहराम मचा हुआ है. पहली बार राज्यसभा सदस्य के चयन को लेकर पार्टी ने 25 नामों का पैनल पार्टी आलाकमान को भेजा है. इसके साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को खुद प्रत्याशी चयन करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है. उन्हें ही अब अंतिम फैसला लेना है.
राज्य में विधानसभा चुनाव करीब होने के चलते मुख्यमंत्री रमन सिंह नहीं चाहते कि राज्यसभा की उम्मीदवारी को लेकर कोई नेता नाराज हो. ऐसे में प्रत्याशी चयन का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया गया है. ऐसे में बिना प्रत्याशी तय हुए धरमलाल कौशिक का राज्यसभा सदस्य बनने के लिए नामांकन फॉर्म खरीद लाना, बीजेपी के गले की फांस बन गया है.
यह नामांकन फॉर्म भले ही 10 रुपये का हो, लेकिन इसकी भारी कीमत पार्टी को चुकानी पड़ रही है. दरअसल धरमलाल कौशिक ने नामांकन फॉर्म क्या ख़रीदा वो पार्टी के कई नेताओं की आंखों की किरकिरी बन गए और कांग्रेस ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
मालूम हो कि अप्रैल में राज्ससभा के 58 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. चुनाव आयोग के मुताबिक खाली हो रही इन 58 राज्यसभा सीटों के लिए 23 और 26 मार्च को चुनाव कराए जाएंगे.