मुंबई के मलाड इलाके में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर सोमवार को 102 पहुंच गई. वहीं, पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अवैध रूप से शराब बनाने और बेचने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
मुंबई के पुलिस उपायुक्त धनंजय कुलकर्णी ने बताया, 'मृतकों की संख्या बढ़कर 102 हो गई है जबकि 46 लोगों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.' राज्य सरकार ने इस घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है.
मुंबई उपनगरीय जिले के प्रभारी मंत्री विनोद तावडे ने यह घोषणा की. मुआवजा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के कोष से सोमवार दिया जाएगा.
यह घटना उपनगरीय मलाड के गमदेवी जुरासिक पार्क में लक्ष्मी नगर झुग्गी बस्ती में बुधवार रात को हुई थी.
पुलिस ने अवैध शराब बनाने और बेचने वाले दो लोगों ममता राठौड़ (30) और एजेंस ग्रेसी उर्फ आंटी (50) को गिरफ्तार किया है. इस तरह से इस मामले में कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. हालांकि मुख्य आरोपी मनिका बाई अभी तक फरार है.
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के गोदाम से करीब 1,000 लीटर कच्ची शराब जब्त की है.
दिसंबर 2005 से शहर में यह सबसे भीषण जहरीली शराब कांड है. उस साल उपनगरीय विखरोली में 87 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी.
इस घटना के बाद मलवानी पुलिस थाने के आठ कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले आबकारी विभाग ने अपने चार अधिकारियों को लापरवाही बरतने के सिलसिले में निलंबित किया था.