सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त और पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली फिर विवादों में हैं. मुंबई के डोम्बीवली बैंक ने बकाया न चुकाए जाने पर विज्ञापन देकर कांबली और उनकी पत्नी को बैंक का डिफॉल्टर बताया.
डोम्बीवली सहकारी बैंक के अधिकारी के मुताबिक कांबली ने बैंक से लोन लेकर घर और कार खरीदी. कांबली ने इस लोन की कुछ किस्तें तो जमा की लेकिन बाद में कांबली ने कोई किस्त नहीं दी. बैंक की ओर से लोन के बारे में बात करने के लिए जब बैंक कर्मचारी कांबली के घर गया तो कांबली की पत्नी ने उसके साथ मारपीट की.
विज्ञापन में लोगों से अपील की गई है कि अगर उन्हें विनोद कांबली की संपत्ति के बारे में कोई जानकारी है तो वो बैंक को बताएं. कई बार कहने के बाद भी कांबली और उनकी पत्नी ने बैंक का बकाया नहीं चुकाया.
बैंक की ओर से कांबली से बकाया लेने के लिए कई बार कहा गया. लेकिन कांबली ने कोई जवाब नहीं दिया. डीएनएस बैंक के अध्यक्ष उदय कार्वे ने बताया कि इस विज्ञापन को छापने से पहले हमने नियमों का पालन किया था. विज्ञापन के बारे में कांबली को पहले से ही सचेत कर दिया था. इस बारे में जब कांबली से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
बैंक सूत्रों के मुताबिक, इस विज्ञापन को छापने के बाद कांबली ने बैंक को फोन कर घर से लोन की राशि के एक हिस्से का चैक ले जाने के लिए कहा. बैंक की ओर से कहा गया कि वो चैक मिल जाने पर ही इस बात का यकीन करेंगे. अगर कांबली की ओर से फिर कोई धोखा दिया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बैंक द्वारा कानूनी कार्रवाई किए जाने पर कांबली के लोन की गारंटी लेने वाले फिजियोथेरेपिस्ट और एक विधायक भी मुसीबत में पड़ सकते हैं.