एंटी नारकोटिक सेल के डीसीपी प्रकाश जाधव के नेतृत्व में टीम ने 2 किलो से ज्यादा ड्रग्स के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. नेपाल से लाई गई चरस की कीमत 1.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. पुलिस ने इस मामले में लक्ष्मण जयसवाल और रोहित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जयसवाल मुंबई में सब्जी बेचने के काम करता है. वह बोरीवली इलाके में काम करता है. वहीं, गुप्ता यूपी के चौरी-चौरा का रहने वाला है. दोनों एक-दूसरे को जानते हैं और एक ही गांव के रहने वाले हैं.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें मुंबई के बोरीवली पश्चिम इलाके में ड्रग्स की आपूर्ति के बारे में गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए एंटी नारकोटिक सेल ने मंगलवार की रात दोनों आरोपियों को पकड़ लिया.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गुप्ता को पैसे की जरूरत थी और उसे बताया गया था कि चरस मुंबई में आसानी से बिक जाती है. इसके बदले में अच्छे पैसे मिलते हैं. इसके बाद गुप्ता नेपाल बॉर्डर तक गया, जहां एक व्यक्ति ने उसे 2 किलोग्राम चरस दी. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 1.5 करोड़ से अधिक है.
गुप्ता और जयसवाल ने चरस खरीदने के लिए किसी और से ये पैसे लिए थे. नेपाल बॉर्डर से गुप्ता चरस लेकर मुंबई आया और जयसवाल से मिला. दोनों चरस बेचने के लिए खरीददारों की तलाश में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि वो ड्रग्स कहां से लाई गई थी और किसे बेचने की तैयारी थी. इस मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती हैं.