महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और नौ अन्य महानगर पालिकाओं के लिए वोट डाले जा रहे हैं. यह चुनाव राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए साख का सवाल बन चुका है.
2012 के बीएमसी चुनाव में शिव सेना और बीजेपी ने साथ में चुनाव लडा था और वो जीते थे लेकिन पाँच बाद हो रहे इस चुनाव में ये दोनों पार्टियां ही आमने-सामने हैं. यहाँ यह भी गौरतलब है कि शिव सेना केंद्र में बीजेपी के साथ है और वो एनडीए का हिस्सा है.
पहली बार अलग- अलग चुनाव लड़ रही शिवसेना-बीजेपी
10 महानगरपालिकाओं के अलावा 11 जिला परिषदों और 118 पंचायत समितियों के दूसरे चरण के लिए भी आज वोट डाले जा रहे हैँ. यह चुनाव फडणवीस ओर ठाकरे के लिए काफी महत्व रखता है, जिन्होंने आक्रामक तरीके से पार्टी का नेतृत्व किया है और धुंआधार अभियान चलाया है. दोनों दल दो दशक में पहली बार अलग-अलग स्थानीय चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस, राकांपा और मनसे भी चुनावी मैदान में हैं.
करीब 1.95 करोड़ मतदाता दस महानगरपालिकाओं के लिए प्रतिनिधियों का चुनाव कर रहे हैं, वहीं 1.80 लाख से अधिक मतदाता जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैँ. आज कुल 43,160 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं.