मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को हुए फुटओवर ब्रिज हादसे ने 3 महिलाओं समेत 6 लोगों की जान ले ली और 33 लोग घायल हैं. चश्मदीदों के अनुसार जब ब्रिज गिरा था तो वहां पर कई लोग मौजूद थे. इसके अलावा कई गाड़ियां भी ब्रिज के नीचे मौजूद थीं. टाउन प्लानर पंकज वाफना की मानें तो उन्होंने इस पुल की खराब हालत के लिए कई बार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) और रेलवे को ध्यान दिलाया था, लेकिन मामले में जम कर लापरवाही बरती गई.
सीएसटी रेलवे स्टेशन जाना माना स्टेशन है. ये ब्रिज आजाद मैदान को सीएसटी रेलवे स्टेशन से जोड़ता है. यह पूरा इलाका वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किया जा चुका है. टाउन प्लानर पंकज वाफना ने आजतक से बातचीत नें बताया कि फुटओवर ब्रिज को पास करने वाले अधिकारी इस हादसे के जिम्मेदार हैं.
साथ ही उन्होंने बताया कि मैं भी उस पुल से कई बार गुजरा हूं और वहां से गुजरते वक्त पुल हिलता था. उसकी हालत देखकर डर लगता था कि कहीं ये गिर न जाए. इसे लेकर मैंने रेलवे और बीएमसी को तीन से चार बार पत्र भी लिखा था. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि इस हादसे के लिए रेलवे से ज्यादा बीएमसी जिम्मेदार है. अभी रेलवे और बीएमसी के अधिकारी एक दूसरे पर आरोप लगाएंगे फिर मामला शांत हो जाएगा. क्योंकि वो जानते हैं कि मुंबईकर ऐसी चीजें जल्दी भूल जाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मैं खुद भी जिम्मेदार हूं. हम भी भूल जाते हैं और अपने-अपने काम पर लग जाते हैं.
आगे बाफना ने बताया कि इलाके के स्ट्रक्चर प्लान में इस ब्रिज का जिक्र तक नहीं था. साथ ही हाईकोर्ट में 300 से ज्यादा जर्जर पुलों की दी गई रिपोर्ट में भी इसका नाम शामिल नहीं था.
उन्होंने कहा कि मुंबई में अभी भी ऐसे कई पुल हैं जिन पर गुजरते वक्त डर लगता है कहीं कोई हादसा न हो जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं अब हाईकोर्ट जाऊंगा और इन मामलों को उठाऊंगा. बता दें कि पंकज खुद हाईकोर्ट के वकील हैं.
पंकज ने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि अधिकारियों को पता है कि कुछ भी नहीं होना है, सभी बातें फाइलों में दबकर रह जाएंगी. उन्होंने कहा कि इस पुल की जांच करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं, अब मामले में राजनीति शुरू हो चुकी है. राज्य में बीजेपी की सरकार है और बीएसी पर शिवसेना का कब्जा है. बीएमसी का कहना है कि फुटओवर ब्रिज रेलवे के हिस्से में आता है, तो वहीं रेलवे का कहना है कि यह पुल बीएमसी के अधीन आता है. ऐसे में कांग्रेस ने हादसे के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस्तीफे की मांग कर डाली है.
महाराष्ट्र सरकार ने बीएमसी कमिश्नर, मुंबई पुलिस और रेलवे के अधिकारियों को कॉर्डिनेशन के साथ राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं.