मुंबई तट के समीप बॉम्बे हाई में ओएनजीसी के एक आपूर्ति पोत के इंजन कक्ष में रविवार को भीषण आग लग गई. इस घटना में चालक दल के 33 सदस्यों में से 24 को सुरक्षित निकाल लिया गया. नौ सदस्य अभी भी पोत में हैं, लेकिन खतरे से बाहर हैं. दोपहर बाद हुए इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
तटरक्षक बल के प्रवक्ता दीपक शर्मा ने बताया, 'पोत के आसपास मौजूद जहाजों ने चालक दल के 33 में से 24 सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया, जबकि नौ सदस्य अभी भी पोत पर हैं. हालांकि उनमें से पांच दमकलकर्मी हैं.' उन्होंने साथ ही बताया कि वे सभी खतरे से बाहर हैं. तटरक्षक बल ने एक बयान में बताया, 'यह पोत मुंबई पश्चिम से करीब 200 किलोमीटर दूर था जब इसके इंजन में भीषण आग लग गई. स्थिति गंभीर थी जिसके चलते दमकलकर्मियों को बुलाना पड़ा और साथ ही चालक दल के सदस्यों को निकालना पड़ा.'
मुंबई में भारतीय तटरक्षक जहाजरानी बचाव समन्वय केंद्र को दोपहर बाद ओएनजीसी के आपूर्ति पोत में आग लगने की सूचना मिलने के बाद वह हरकत में आ गया और आग बुझाने के लिए दमकल अभियान शुरू किया गया. शर्मा ने बताया कि मुंबई में स्थित तटरक्षक बल के क्षेत्रीय मुख्यालय ने तत्काल अपने विमान एयर स्टेशन दमन को हालात का जायजा लेने के लिए रवाना कर दिया. इसके साथ ही केंद्र ने पोत के आसपास मौजूद अन्य जहाजों के साथ समन्वय स्थापित किया.
स्थिति नियंत्रण में
शर्मा ने बताया कि इसके अतिरिक्त, तटरक्षक बल के विमान ने प्रभावित पोत में आपात स्थिति को टालने और इलाके में मौजूद अन्य पोतों से मदद हासिल करने के लिए संवाद स्थापित किया. बयान के मुताबिक, 'ओएसवी ग्रेट अहिल्या' ने चालक दल के सदस्यों को निकालने के लिए स्थापित किए गए संवाद का जवाब दिया. तटरक्षक बल के गश्ती जहाज ‘आईसीजीएस अचूक' को भी सहायता के लिए भेजा गया. इसके अतिरिक्त आईसीजीएस संकल्प और आईसीजीएस समुद्र प्रहरी को भी समुद्र में भेजा गया जो भीषण आग से निपटने के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण क्षमताओं से लैस थे.' शर्मा ने बताया, 'पोत के भीतर कुछ धुंआ है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में है. साढ़े आठ बजे भी आग बुझाने का काम जारी था.'
-इनपुट भाषा से