महाराष्ट में शिवसेना विधायक की ओर से पिछले हफ्ते शनिवार को जिस ठेकेदार पर कचरा फेंका गया था, उसे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और तेज सिरदर्द की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.
ठेकेदार की पहचान नरपत कुमार पुरोहित (26) के रूप में हुई, जिसे सोमवार सुबह बोरीवली के मोहित अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वह मंगलवार को अस्पताल से निकलकर अपने गृहनगर राजस्थान के लिए रवाना हो गया. पुरोहित ने घाटकोपर पुलिस को पत्र भी लिखा है कि उन्हें विधायक दिलीप लांडे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है.
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पुरोहित और उनकी फर्म को शिवसेना ने धमकी दी है कि वह इस पर न कुछ कहे और न ही शिकायत दर्ज कराए, इसलिए उन्होंने शहर ही छोड़ दिया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पार्षद विनोद मिश्रा ने कहा कि यह स्पष्ट है कि शिवसेना ने वास्तव में उन्हें अस्पताल से बाहर निकाला और शहर छोड़ने के लिए मजबूर किया. पीड़ित और कंपनी दोनों को शिवसेना ने धमकी दी और पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करने को कहा है, लेकिन सभी ने वीडियो देखा है. SHRC और पुलिस को स्वतः ही मामले पर संज्ञान लेना चाहिए.
मानवाधिकार आयोग से शिकायत करेगी BJP
पुरोहित एक सिविल इंजीनियरिंग फर्म में सुपरवाइजर थे, जो बीएमसी के एक ठेकेदार के लिए नाले की सफाई का काम करवा रहे थे. काम ठीक से नहीं करने पर उन्हें जलभराव वाली सड़क पर बिठाया गया और शिवसेना विधायक दिलीप लांडे के समर्थकों ने उन पर कचरा फेंक दिया.
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भाजपा की योजना राज्य मानवाधिकार आयोग (SHRC) से मामले की शिकायत करने और चांदीवली के विधायक लांडे के खिलाफ कार्रवाई करने की है. पार्षद मिश्रा ने कहा कि यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है क्योंकि ठेकेदार के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. शिवसेना ने विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. SHRC को विधायक दिलीप लांडे और BMC सहित सभी संबंधित एजेंसियों को नोटिस जारी करना चाहिए. यह चौंकाने वाला है कि ठेकेदार पर इस हमले के बावजूद न तो पुलिस और न ही बीएमसी ने विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई की है.
ठीक से काम नहीं किया थाः लांडे
दूसरी ओर विधायक लांडे ने कहा कि संजय नगर और सूरज बाग के निवासियों को नाले की वजह से कचरा और पानी ओवरफ्लो का सामना करना पड़ा. क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि और लोगों ने मुझे उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है. मैं और शिवसेना के कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी के रूप में इन नालों की सफाई कर रहे हैं, लेकिन यह जिम्मेदारी एक ठेकेदार की थी जिसे गाद निकालने का काम दिया गया था लेकिन उसने ठीक से नहीं किया. इसलिए हमने उसे उसी कूड़ेदान में बिठा दिया.
हालांकि विधायक लांडे ने बुधवार को किसी कॉल और मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया. तो वहीं पीड़ित पुरोहित ने भी इस संबंध में कोई टिप्पणी के लिए अनुपलब्ध रहे.
मुंबई के चांदिवली इलाके में नालों की सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी लोगों के घरों में जा रहा था. इससे नाराज विधायक दिलीप लांडे अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए और उन्हें सफाई पर लगा दिया. फिर ठेकेदार को बुलाकर पहले तो उसे कचरे पर ही बैठाया, उसके बाद कार्यकर्ताओं से कहकर उसके ऊपर कूड़ा डलवा दिया.