scorecardresearch
 

मुंबई: 4500 करोड़ रुपये के निवेश धोखाधड़ी केस में ED की छापेमारी, डिजिटल रिकॉर्ड समेत कई डॉक्यूमेंट जब्त

ईडी ने 4500 करोड़ रुपये के निवेश धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई करते हुए मेसर्स पैनकार्ड क्लब्स लिमिटेड और अन्य के चार ठिकानों पर छापेमारी की है. ईडी को छापेमारी के दौरान कई सबूत और धोखाधड़ी के डिजिटल रिकॉर्ड मिले हैं, जिनको एजेंसी ने जब्त कर लिया है.

Advertisement
X
ED. (फाइल फोटो)
ED. (फाइल फोटो)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मेसर्स पैनकार्ड क्लब्स लिमिटेड (PCL) और अन्य के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुंबई और दिल्ली में चार ठिकानों पर छापेमारी की. जांच एजेंसी ने ये कार्रवाई कंपनी और उसके प्रमोटरों द्वारा 50 लाख से ज्यादा निवेशकों को कथित तौर पर 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है. ईडी ने बताया कि मुंबई जोनल ऑफिस ने ये छापेमारी 28 फरवरी को की है.

Advertisement

ईडी ने बताया कि छापेमारी के दौरान, मुख्य आरोपी स्वर्गीय सुधीर मोरवेकर, मेसर्स पैनकार्ड क्लब्स लिमिटेड के तत्कालीन निदेशक के परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित की जा रही विदेशी संपत्तियों के विवरण वाले विभिन्न आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया. इसके अलावा ये भी पाया गया है कि इन संपत्तियों से लीज-रेंटल आय प्राप्त हो रही थी.

ईडी ने आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने पैनकार्ड क्लब्स लिमिटेड और अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण (वित्तीय प्रतिष्ठानों में) अधिनियम, 1999 (MPID)के तहत FIR के आधार पर जांच शुरू की थी.    

ईडी को जांच से पता चला कि मेसर्स पैनकार्ड क्लब्स लिमिटेड और उसके निदेशकों ने 3 से 9 वर्ष की अवधि की विभिन्न निवेश योजनाएं शुरू कीं, जिनमें होटल डिस्काउंट, दुर्घटना बीमा और जनता द्वारा जमा की गई राशि पर हाई दर से रिटर्न समेत अन्य लाभ का वादा किया गया था, जिसमें सेबी या भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मौजूदा मानदंडों की अनदेखी की गई.

Advertisement

छापेमारी में आगे डॉक्यूमेंट्री में सबूतों से पता चला कि सह-आरोपी और परिवार के सदस्यों द्वारा संपत्ति को बेचने की कोशिश की गई थी. जो प्रथम दृष्टया अपराध की आय का हिस्सा है. छापेमारी में डिजिटल रिकॉर्ड भी पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया है.

Live TV

TOPICS:
Advertisement
Advertisement