देश की महिलाएं लगातार हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. पिछले कुछ सालों में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी करती नजर आ रही हैं, ऐसे में अब महिलाएं वो काम भी करती हैं जो पहले सिर्फ़ पुरुष किया करते थे. देश में अब महिलाएं मेट्रो ट्रेन भी चला रही हैं. मुंबई में कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया गया. इसमें सबसे ख़ास बात ये थी कि इस मेट्रो को चलाने वाली सारी महिलाएं थीं.
मुंबई में शुरू हुई नई मेट्रो लाइन 7 और 2ए मुंबई के लोगों के लिए बेहद ख़ास है. इस मेट्रो लाइन के शुरू होने से ट्रैफिक से निजात मिलने के साथ ही लोगों के लिए यात्रा भी आरामदायक होगी. वहीं, इस मेट्रो की एक और ख़ास बात ये भी है कि यह मेट्रो लाइन महिला सशक्तीकरण को भी बढ़ावा दे रही है. इस मेट्रो लाइन पर काम करने वाले लोगों में 30 प्रतिशत महिलाकर्मी हैं.
इस नई मेट्रो के तकनीकी विभाग में भी महिला की एक स्पेशल टीम है. इस टीम में लगभग 305 कर्मचारी हैं, जिनमें से 63 महिला टेक्नीशियन हैं. वे रोलिंग स्टॉक के सभी तकनीकी रख-रखाव के कार्यों की देखभाल करते हैं, चाहे वह प्राथमिक रख-रखाव, निरीक्षण और गियर गड़बड़ी के तहत मरम्मत, पेंटाग्राम (ओएचई) के रखरखाव या किसी भी छोटे नट बोल्ट को ठीक करना हो.
इस मेट्रो लाइन पर शुरू हुई मेट्रो मुंबई के लोगों के लिए बड़ी राहत है. साथ ही मेट्रो को चलाने वाले लोगों में अधिकतर महिला ड्राइवर हैं. इस लाइन पर तक़रीबन 91 ट्रेन पायलट हैं, जिनमें से 21 महिलाएं हैं. वहीं, मेट्रो को सिग्नल देने वाले डिपार्टमेंट में भी महिलाकर्मियों का महत्वपूर्ण किरदार है. साथ ही टिकट डिपार्टमेंट या बाक़ी के महत्वपूर्ण डिपार्टमेंट हों, वहां महिला कर्मचारियों की संख्या काफ़ी अधिक है. ऐसे में ये नई मेट्रो लाइन महिला सशक्तीकरण का बड़ा उदाहरण है.