Maharashtra Foundation Day: महाराष्ट्र दिवस के मौके पर एकनाथ शिंदे सरकार ने मुंबईवासियों को तोहफा दिया है. मुंबई मेट्रो में सीनियर सिटीजन वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए किराए में 25 प्रतिशत की छूट के साथ सफर करने का मौका है. महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक, मुंबई 1 नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का इस्तेमाल करने वाले इस श्रेणी के हजारों यात्रियों को यह छूट मिलेगी.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 65 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों, 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाले छात्रों और दिव्यांगों को यह छूट मुंबई-1 पास पर 45 ट्रिप या 60 ट्रिप के लिए मिलेगी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) की तरफ से मुंबईकरों को यह तोहफा है.
जानकारी के मुताबिक, इस छूट का लाभ लेने के लिए मेट्रो लाइन 2ए और 7 की टिकट खिड़की पर संपर्क करके लिया जा सकेगा. बता दें कि मेट्रो 2ए (येलो लाइन) अंधेरी वेस्ट में दहिसर ई और डीएन नगर को जोड़ती है. जबकि लाइन 7 अंधेरी ई और दहिसर ई (रेड लाइन) के बीच चलती है.
किराए में 25 फीसदी की छूट की सुविधा 65 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों, 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाले छात्रों और दिव्यांगों के लिए है. इन तीन कैटेगरी के यात्रियों को रियायत के लिए कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे. दिव्यांगों को मेडिकल सर्टिफिकेट जबकि वरिष्ठ नागरिकों को आयु प्रमाण पत्र एवं छात्रों को स्कूल पहचान पत्र जैसे वैध दस्तावेज टिकट खिड़की पर दिखाना होगा.
इन तीनों श्रेणी के लोग मुंबई 1 नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के जरिए ही इसका लाभ उठा सकते हैं. बता दें कि नए और पहले खरीदे गए मुंबई-1 कार्ड पर भी छूट दी जाएगी और यह 30 दिनों के लिए वैध रहेगा. इसके पहले महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को बस यात्रा में 50 फीसदी की छूट दी थी.
1 मई को क्यों मनाया जाता है महाराष्ट्र दिवस?
1 मई को सिर्फ मजदूर दिवस ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र दिवस भी मनाया जाता है. भारत के दो राज्य महाराष्ट्र और गुजरात 1 मई को अपना स्थापना दिवस मनाते हैं. भारत की आजादी के समय दोनों राज्य बॉम्बे प्रदेश का हिस्सा थे. मराठी और गुजराती भाषी लोग अपने लिए अलग-अलग राज्य की मांग कर रहे थे. इसके लिए राज्यभर में आंदोलन भी हुए थे. जिसके बाद आज के ही दिन यानी 1 मई 1960 को भारत की तत्कालीन नेहरू सरकार ने बॉम्बे प्रदेश को बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960 के तहत दो राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में बांट दिया था.1 मई 1960 को भारत के अलग महाराष्ट्र राज्य की स्थापना हुई थी.