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मुंबई में बरसी 'आसमानी आफत', गाड़ियां बहीं, घरों में पानी घुसा, पल भर में खत्म हो गईं जिंदगियां

मुंबई में आसमानी आफत ने जमकर तबाही मचाई है. यहां कई इलाकों में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है. कई इलाके डूब गए हैं. सड़कों पर गाड़ियां बहती दिख रहीं हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लैंडस्लाइड की घटना में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है.

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सड़कों पर घुटने तक पानी भर गया है. (फोटो-PTI)
सड़कों पर घुटने तक पानी भर गया है. (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मुंबई में भारी बारिश से मची तबाही
  • सड़कें-पटरियां डूबीं, गाड़ियां तैर रहीं
  • हादसों में अब तक कई लोग मारे गए

मुंबई (Mumbai) में आसामानी आफत ने जमकर तबाही मचाई है. कई इलाकों में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है. जगह-जगह घुटनों तक पानी भर गया है. कई इलाके डूब गए हैं. सड़कों पर गाड़ियां बहती दिखाई दे रहीं हैं. ट्रेन की पटरियां डूब गई हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. आसमान से बरसी इस आफत में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है.

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तीन घंटे की बरसात ने मुंबई (Mumbai Rain) को गदले तालाब में बदल दिया. देर रात हुई तेज बारिश ने दौड़ती-भागती मुंबई को रोक दिया. गाड़ियां डूब चुकी हैं. कुछ तैर भी रहीं हैं. बस डिपो टापू में बदल चुके हैं. अंडरपास तो जैसे खो गया हो. निचले इलाके तो लबालब भर गए हैं. घरों में पानी घुस चुका है. 

बारिश की वजह से मुंबई तालाब बन गई है. (फोटो-PTI)

आफत लेकर आती है जुलाई

लगता है हर जुलाई में मुंबई का बार-बार डूबना नियति है. समंदर के किनारे बसे इस महानगर को बारिश इस कदर लबालब कर देती है कि मानो शहर में समंदर उतर आया हो. साल गुजर जाते हैं. तारीखें नई आ जाती हैं, लेकिन मुंबई की तस्वीरें नहीं बदलती. हर साल की वही कहानी. हर जुलाई की वही मुसीबत. मॉनसून (Monsoon) में तीन-चार बार तो मुंबई लबालब हो जाती है. 3 घंटों की मूसलाधार बारिश में आर्थिक राजधानी पानी-पानी हो गई. मुंबई वाले सुबह जगे तो बाहर तस्वीर बदली हुई थी. घरों से निकलना मुश्किल था.

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पानी में डूब हुईं पटरियां. (फोटो-PTI)

कई लोगों की मौत हो गई

मुंबई की बरसात इस बार डबल आफत लेकर आई. 3 घंटे की मूसलाधार बारिश में पहाड़ दरक गए और पहाड़ी  मलबा भरभरा कर नीचे के घरों पर आ गिरा. चेंबूर और विक्रोली में देखते ही देखते चीख पुकार मच गई. कई जान पल भर में खत्म हो गईं. कई मलबे में दबे हैं. 

चेंबूर में पहाड़ी भरभराया तो मलबे को रोकने के लिए बनी दीवार टीक नहीं पाई और घरों पर गिर गई. चेंबूर के 5 घर इसकी चपेट में आ गए. देखते ही देखते कई लोग मौत की गाल में समा गए. राहत और बचाव का काम अब भी जारी है. चेंबूर से 9 किलोमीटर दूर विक्रोली में भी रात एक बजे पहाड़ी का मलबा घरों पर आ गिरा. इससे 6 घर मलबे में दब गए. कई लोगों की मलबे से दबकर मौत हो गई.

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, बारिश की वजह से हुए अलग-अलग हादसों में 32 लोगों की मौत हो गई है. चेंबूर में 19 और विक्रोली में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इनके अलावा भांडूप, अंधेरी वेस्ट और कांदिवली ईस्ट में भी एक-एक की मौत हो चुकी है. 

चेंबूर में राहत बचाव का काम खत्म हो गया है. (फोटो-PTI)

महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिवार वालों के लिए 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी हादसे पर दुख जताया है और मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया है.

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(आजतक ब्यूरो)

 

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