महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति का बाजार गर्म है. चुनाव से पहले मंगलवार को मुंबई की कई सड़कों पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टर नजर आए. जिन्हें अब मुंबई महानगर पालिका ने सड़कों से हटा दिया है.
जानकारी के अनुसार, सीएम योगी के पोस्टर अंधेरी ईस्ट, वेस्टर्न एक्सप्रेस और बांद्रा जैसे प्रमुख इलाकों में लगाए गए थे. मुंबई की सड़कों पर लगे इन पोस्टरों में सीएम योगी की तस्वीर के साथ स्लोगन भी लिखा हुआ है. पोस्टर पर लिखा है, बंटेंगे तो कटेंगे... योगी संदेश एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे. साथ ही पोस्टर पर विश्वबंधु राय भी लिखा दिख रहा है. बताया जा रहा है कि ये पोस्टर विश्वबंधु राय ने लगवाए हैं.
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
योगी के इस पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ये किसी लैब में तैयार किया गया नारा था जो उन्हें किसी से बुलवाना था और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से अच्छा कौन बोल पाता, क्योंकि उनकी छवि भी वैसी ही है. वो अगर कहे रहे हैं कि बंटो नहीं, कटो नहीं तो पीडीए परिवार भी तो नहीं बंटेगा. वो तो नारा आपके लिए लगा रहे हैं, पीडीए परिवार के लोग बंटना मत.
महायुति में सीट शेयरिंग पर बनी बात: सूत्र
वहीं, विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुति के सहयोगी दलों में सीट शेयरिंग की बातचीत आखिरी दौर में है, जिसको लेकर दोनों गठबंधन के सहयोगी दल में लगातार बैठकों का दौर जारी है. सूत्रों की मानें तो सत्ताधारी महायुती में सीट शेयरिंग लगभग फाइनल हो गया है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी 156 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना के खाते में 78 से 80 और अजित पवार की एनसीपी को 53 से 54 सीटें मिली हैं.
20 नवंबर को होगी वोटिंग
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी. पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया. एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए. अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है. शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है.