मुंबई के मीरा रोड स्थित गीता-आकाशदीप सोसायटी की 7वीं मंजिल पर रहने वाले 56 साल का मनोज साने के फ्लैट से उसकी लिव इन पार्टनर 36 साल की सरस्वती वैद्य की लाश के टुकड़े बरामद हुए हैं. उसके पड़ोसी ने पूरी घटना के बारे में बताया है. सोमेश श्रीवास्तव मनोज साने के पड़ोसी हैं. उन्होंने ही सबसे पहले इस मनोज के फ्लैट से अजीब सी दुर्गंध आने के बारे में सोसायटी के अन्य लोगों को बताया था. सोमेश श्रीवास्तव पुलिस टीम के साथ मनोज के फ्लैट में दाखिल हुए थे. उन्होंने अपनी आंखों देखा मंजर बताया है.
फ्लैट से आ रही थी अजीब सी दुर्गंध
सोमेश श्रीवास्तव ने बताया है की बीत मनोज साने का फ्लैट नंबर 704 है. बीते सोमवार से उसे मनोज के फ्लैट में से अजीब तरह की दुर्गंध आ रही थी. उसने कई फिल्मों और वेब सीरीज में देखा है कि इस तरह दुर्गंध किस कारण से आती है.
सौरभ ने आगे कहा कि उसने इसके बारे में अपनी मां को बताया था, लेकिन मां ने कहा कि ऐसी बदबू चूहे के मर जाने पर आती है. मैं ज्यादा ही सोच रहा हूं. मगर, मनोज के फ्लैट से बदबू आना कम नहीं हुआ. मंगलवार की सुबह तक बदबू लगातार आती रही.
लंच करने आया, तेज दुर्गंध आ रही थी
सौरभ ने आगे कहा कि बुधवार को मैं लंच करने के लिए घर आया हुआ था. जैसे ही मैं अपने फ्लैट पर पहुंचा तो बहुत तेज दुर्गंध आ रही थी. इतनी ज्यादा की पोर्शन में खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था. मैंने अपनी मां से कहा कि मैं मनोज अंंकल (आरोपी) से बात करने जा रहा हूं.
नहीं खुला दरवाजा, अंदर से आई स्प्रे की स्मेल
सौरभ कहते हैं कि मैं मनोज अंकल के फ्लैट के पास पहुंचा और जोर-जोर से उनका दरवाजा खटखटाता रहा, लेकिन दरवाजा नहीं खुला. मैं 15 मिनट तक दरवाजा पीटता रहा मगर मनोज अंकल बाहर नहीं आए. इस दौरान मुझे फ्लैट के अंदर से स्प्रे होने की आवाज आई और सेंट की खुशबू भी आई. मैंने फिर से दरवाजा खटखटाया, लेकिन गेट नहीं खुला.
मनोज अंकल ने बोला- गटर की आ रही होगी बदबू
मैंने तय कर लिया कि इस बारे में सोसायटी कमेटी को बताऊंगा. कुछ समय बाद मैं नीचे पहुंचा और कमेटी को इस बारे में बताया. हम लोग बात कर ही रहे थे कि तभी मुझे मनोज अंकल मिल गए. मैंने उसने कहा कि आपके फ्लैट से बहुत तेज दुर्गंध आ रही है. इस बार उन्होंने कहा कि बदबू गटर की है. उनके जवाब में मैंने कहा कि हमें अंदर जाकर देखना चाहिए. इस पर अंकल ने कहा मैं रात में वापस आऊंगा तब जांच करेंगे, इतना कहकर अंकल वहां से चले गए.
पुलिस को बुलाया, फ्लैट में मिली अंदर मिली लाश
अंकल के जाते ही हम लोगों नया नगर थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस आई और हम लोग मनोज साने के फ्लैट पर पहुंचे. पुलिस को शक हुआ कि फ्लैट में लाश है. दरवाजा तोड़ा गया और मैं पुलिस के साथ फ्लैट में दाखिल हुआ.
अंदर घुसते ही दुर्गंध और तेज हो गई. इतनी तेज की एक पल भी खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था. हमनें देखा कि हॉल में पेड़ काटने वाली मशीन (चेनसॉ) पड़े हुए थे. हम बेडरूम में गए तो वहां पर कई सारी काली प्लास्टिक (पॉलीथीन) पड़ी हुईं थीं और प्लास्टिक की कालीचादर भी मौजूद थी. कमरे में महिला के बाल भी पड़े हुए थे.
किचन में जाते ही उड़ गए होश
बेडरूम के बाद पुलिस और मैं जब किचन में पहुंचे तो देखा कि खून की भरी हुई तीन बाल्टियां रखी हुई थीं और सरस्वती के शव के टुकड़े उसमें डूबे हुए थे.
मनोज ने की भागने की कोशिश
सौरभ ने आगे बताया कि शाम होते ही मनोज साने वापस लौटा. उसने लिफ्ट ली और ऊपर आ गया. जैसे ही मनोज ने लिफ्ट गेट खोला उसने सामने पुलिस को खड़ा पाया. वह भागने की कोशिश करने लगा. तभी फ्लैट एजेंट ने पुलिस को मनोज के बारे में बता दिया और वह भाग पाता इसके पहले ही पकड़ लिया गया. पुलिस वालों ने उससे पूछा कि सरस्वती के शरीर के बाकी के अंग कहां हैं?
कुत्तों को खिला दिए होंगे शव के टुकड़े: सौरभ
सौरभ का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि बिल्डिंग के पास से गुजरने वाली ड्रेनेज लाइन में उसने शव के के टुकड़े फेंक दिए होंगे और आवारा कुत्तों को खिला दिए होंगे.