मुंबई पुलिस ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ रिश्वतखोरी की चार शिकायतों की जांच के लिए चार अधिकारियों की नियुक्ति की है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिलीप सावंत जांच को सुपरवाइज करेंगे.
समीर वानखेड़े के खिलाफ प्रभाकर सेल, सुधा द्विवेदी, कनिष्क जैन और नितिन देशमुख की ओर से रिश्वतखोरी की चार शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे पाटिल ने आज बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि मुंबई पुलिस ने समीर वानखेड़े के खिलाफ दायर सभी चार आवेदनों को "क्लब" कर लिया है. अधिकारी ने बताया कि चारों आवेदनों को माता रमाबाई अंबेडकर मार्ग थाने में चिह्नित किया गया.
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रिश्वत की चार अलग-अलग शिकायतें
प्रभाकर सेल, सुधा द्विवेदी, कनिष्क जैन और नितिन देशमुख द्वारा आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ 'रिश्वत' की चार अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई गईं हैं.
चार शिकायतकर्ताओं में से एक, प्रभाकर सेल, आर्यन खान मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) का एक स्वतंत्र गवाह है. पिछले हफ्ते दायर एक हलफनामे में, प्रभाकर सेल ने दावा किया कि एक अन्य स्वतंत्र गवाह, केपी गोसावी और सैम डिसूजा ने बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की 'पे-ऑफ' योजना पर चर्चा की.
प्रभाकर सेल का दावा है कि इस राशि में से 8 करोड़ रुपये आर्यन खान मामले के प्रभारी अधिकारी समीर वानखेड़े के पास जाने थे.
इस महीने की शुरुआत में, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा था कि वह वानखेड़े के खिलाफ आरोपों की जांच की मांग करेंगे. एनसीपी नेता मलिक ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल से भी मुलाकात की थी.