सीबीआई ने मुलुंड रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर लक्ष्मण दास को 9000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उन्होंने स्टेशन पर पार्किंग संचालन करने वाले ठेकेदार से हर महीने रिश्वत की मांग की थी.
कैसे हुआ खुलासा?
सीबीआई ने इस मामले में एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें कहा गया था कि स्टेशन मास्टर लक्ष्मण दास फरवरी 2025 से शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये प्रति माह रिश्वत मांग रहे थे. उन्होंने कहा था कि अगर ठेकेदार यह रकम देता है, तो वह उसके खिलाफ आने वाली शिकायतों को दबा देंगे और उसका काम बिना किसी रुकावट के चलता रहेगा.
परेशान कर रहा था स्टेशन मास्टर
जब शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने से मना किया, तो स्टेशन मास्टर ने उस पर दो बार अनुचित जुर्माना लगा दिया और उसे परेशान करने लगे. आखिरकार, बातचीत के बाद रिश्वत की राशि 9,000 रुपये तय हुई.
सीबीआई का जाल और गिरफ्तारी
सीबीआई ने इस मामले में जाल बिछाया और स्टेशन मास्टर को स्टेशन पर ही एक स्वीपर के जरिए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. सीबीआई ने बताया कि मामले की जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस भ्रष्टाचार में अन्य अधिकारी भी शामिल हैं.