महिला आयोग ने शिवसेना की महिला पार्षद के साथ पार्टी विधायक द्वारा की गई बदसलूकी पर सख्त रुख अपनाया है. आयोग ने पुलिस से मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
महिला आयोग की सदस्य निर्मला प्रभावलकर ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि मामले की जल्द से जल्द जांच की जाए और 10 दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट सौंपी जाए.
दरअसल दहिसर क्षेत्र से शिव सेना पार्षद शीतल म्हात्रे ने पुलिस में ये शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका मोबाइल नंबर किसी ने इलाके के दो सार्वजनिक शौचालय की दीवारों पर लिख दिया है. इसके बाद से पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार अज्ञात नंबरों से अश्लील कॉल आ रही हैं. कॉल करने वाले उनसे फोन पर अभद्र बातें करते हैं. शीतल म्हात्रे ने इसका आरोप शिव सेना विधायक विनोद घोषालकर पर लगाया है. इस घटना के बाद शीतल काफी तनाव में हैं. तबीयत बेहद खराब होने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
महिला आयोग शीतल की मदद के लिए तब आगे आया जब कई महिला संगठनों ने इंसाफ के लिए दहिसर के कई इलाकों में धरना-प्रदर्शन किए. शीतल का कहना है कि उन्होंने अपने इलाके में चल रहे कुछ अवैध कार्यों के खिलाफ आवाज उठाई थी, इसी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. प्रताड़ना झेलने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से विनोद घोषालकर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. अगर ऐसा नहीं होता है कि तो उन्होंने इस्तीफा सौंपने का मन भी बना लिया है.
पूर्व मेयर शुभा राउल भी शीतल के समर्थन में उतर आई हैं.