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मुसलमान लड़की ने जीता 'गीता चैंपियंस लीग', 15 मार्च को मिलेगा पुरस्कार

मुंबई की मरियम सिद्दीकी ने 'गीता चैंपियन्स लीग' को जीतकर सबको चौंका दिया है. इस लेखन प्रतियोगिता में 3000 प्रतियोगी थे.

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भगवद गीता
भगवद गीता

मुंबई की मरियम सिद्दीकी ने 'गीता चैंपियन्स लीग' को जीतकर सबको चौंका दिया है. इस लेखन प्रतियोगिता में 3000 प्रतियोगी थे.

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'गीता चैंपियन्स लीग' का आयोजन जनवरी में इस्कॉन ने किया था. ये प्रतियोगिता भगवद गीता पर आधारित थी. इसमें बच्चों के गीता के ज्ञान को जांचने के लिए 100 अंक के मल्टीपल च्वाइस क्वेसचन थे.

मरियम को ये पुरस्कार 15 मार्च को दिया जाएगा. मरियम ने कहा, 'मैं हमेशा से सभी धर्मों को लेकर जिज्ञासु रही हूं. अपने खाली समय में मैं अलग-अलग धर्मों के ग्रंथ को पढ़ती हूं. तो जब मेरे शिक्षक ने मुझे इस प्रतियोगिता के बारे में बताया तो मुझे लगा कि ये किताब को और अच्छे से समझने का अच्छा मौका है. मेरे अभिभावकों ने भी मुझे इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया.'

मरियम मीरा रोड स्थ‍ित कॉस्मोपोलिटन हाई स्कूल में पढ़ती है. प्रतियोगिता से एक महीने पहले इस्कॉन से दी गई किताबों से तैयारी की थी और टेस्ट इंग्ल‍िश में दिया था.

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मरियम ने कहा, 'मैंने इस्कॉन से दी हुई किताबों को पढ़ा और समझने की कोशिश की कि गीता से हमें क्या संदेश है. जितना मैं दूसरे धर्मों को पढ़ रही हूं, जान रही हूं उतना ही समझ आ रहा है कि सबसे ऊपर मानवता का धर्म है और हमें उसका पालन करना चाहिए.'

मरियम की हमेशा से धर्म को लेकर अपने अभिभावकों से भी खुली बातचीत होती है. मरियम के पिता आसिफ सिद्दीकी ने कहा, 'हमारे परिवार का मानना है कि सभी धर्मों का आदर करना चाहिए. कोई भी धर्म बुराई नहीं सिखाता है. हालांकि, सभी धर्मों में ऐसे लोग होते हैं जो भ्रमित करत हैं. ऐसी बातों से बच्चों पर गलत प्रभाव पड़े, इससे पहले ही हमें बच्चों से क्या सही है उस बारे में बात करनी चाहिए.'

मरियम की इस उपलब्ध‍ि से उसका स्कूल भी गौरवान्वित है. उसकी टीचर सपना भ्रह्मान्दकर ने कहा, 'ये प्रतियोगिता सभी धर्मों के छात्रों के लिए थी, तो हमने छात्रों से पूछा कौन इसमें हिस्सा लेना चाहता है. मरियम हमेशा स्कूल की परीक्षा में भी अच्छा करती है और इसमें भी अव्वल आई है.'

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