महाराष्ट्र सरकार की ओर से योग दिवस पर 21 जनू को सभी स्कूलों को खोले जाने का आदेश जारी करने के एक दिन बाद ही इसका विरोध शुरू हो गया है. मुंबई के कई मुस्लिम संगठनों ने यह कहते हुए योग का विरोध किया कि सूर्य नमस्कार समेत कई आसनों में किसी भी शख्स को झुकना पड़ता है, जबकि झुकने की प्रक्रिया नमाज के लिए रिजर्व है.
योग दिवस पर सभी के लिए योगासन जरूरी होने के विरोध में मुस्लिम संगठनों के नेता बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुलाकात करेंगे. जमात ए इस्लामी हिंद के शिक्षा सचिव मो. जहूर अहमद ने कहा, 'यह हमारी धार्मिक मान्यता के खिलाफ है. इस्लाम को मानने वाले अल्लाह के अलावा किसी के भी आगे झुक नहीं सकते. इसलिए ऐसा नियम मुस्लिमों पर लागू करना गलत है.'
सूर्य के आगे झुकना इस्लाम के खिलाफ...
अहमद ने कहा कि योग में सूर्य नमस्कार की प्रक्रिया का मतलब है सूर्य भगवान के सामने झुकना. लेकिन मुस्लिम छात्र इस आसन को करते समय सहज नहीं महसूस करेंगे. यह इस्लाम के खिलाफ है. अगर कोई मुस्लिम योग में हिस्सा लेना चाहता है तो यह उसकी मर्जी हो सकती है, लेकिन इसे सभी पर लागू करने का आदेश गलत है.
मुंबई में एक स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसिडेंट मो. सलमान ने कहा कि छात्रों के विकास के लिए कोई गतिविधि हो तो सही है लेकिन कोई भी नियम जबरन लागू करना गलत है.