मुंबई में महाविकास अघाड़ी (MVA) की रैली में विपक्षी दलों ने राज्य की शिंदे-बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्यसभा सांसद संजय राउत, एनसीपी नेता अजित पवार, कांग्रेस नेता नाना पटोले ने सभा को संबोधित किया. उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश किए जाने का दावा किया. उद्धव ने बिना नाम लिए कहा- 'काम ना करवाने वाले लोग वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सांप्रदायिक हिंसा करवाते हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा- किरण रिजिजू (केंद्रीय कानून मंत्री), मनोहर पर्रिकर (गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री) ने कहा था कि वे बीफ खाते हैं. उस पर बीजेपी कुछ नहीं बोलेगी. लेकिन, अगर मैं कल मस्जिद जाता हूं तो वे मेरे हिंदुत्व पर सवाल उठाएंगे. ये लोग हिंदुत्व का इस्तेमाल सिर्फ राजनीति के लिए करते हैं. उद्धव ने आगे कहा- नगर निगम, विधानसभा चुनाव या फिर लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनाव एक साथ होने दें, हम आपको जमीन दिखाएंगे.
'मुझे गाली देने वालों के मुंह बंद क्यों नहीं कराते पीएम?'
ठाकरे ने आगे कहा- कर्नाटक चुनाव प्रचार में पीएम मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस ने उन्हें 91 बार गाली दी है. लेकिन मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि आपके लोग मुझे, आदित्य और मेरे परिवार को रोज गाली क्यों दे रहे हैं. आप पहले उनका मुंह बंद क्यों नहीं कर देते? संजय राउत और हमारे अन्य लोग आपके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करते हैं. अगर हम शरद पवार से मिलते हैं तो आप हमारी आलोचना करते हैं. उद्योग मंत्री उदय सामंत, शरद पवार से क्यों मिले?
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बारसू रिफाइनरी जाएंगे उद्धव ठाकरे, प्रदर्शनकारियों से मिलेंगे
उन्होंने आगे कहा- बारसू रिफाइनरी का विरोध इन दिनों जोरों पर है. मैं 6 मई को बारसू जरूर जाऊंगा और प्रदर्शनकारियों से मिलूंगा. मैं सुबह बारसू में प्रदर्शनकारियों से मिलूंगा और उसी दिन शाम को रैली को संबोधित करूंगा. यदि आप बारसू भूमि आवंटन के संबंध में मेरे द्वारा पीएम मोदी को लिखा गया पत्र दिखाते हैं तो क्या मैंने बुलेट ट्रेन के लिए बीकेसी की प्रमुख भूमि देने का पत्र लिखा था? हमें आपकी बुलेट ट्रेन नहीं चाहिए. मुंबई से वहां कोई नहीं जाना चाहता.
'मुंबई को अलग करना चाहती है सरकार'
उद्धव ने आगे कहा- मैंने मेट्रो के कारशेड का विरोध नहीं किया, लेकिन मुझे आरे में जमीन को लेकर आपत्ति थी. लेकिन अब जब हमारी सरकार गिर गई तो उन्होंने मेट्रो के लिए आरे के साथ-साथ कांजुरमार्ग की जमीन भी दे दी. ये ऐसे लोग हैं जो अपने लिए सब कुछ चाहते हैं. वे मुंबई को अलग करना चाहते हैं लेकिन हम ऐसी कोशिश नहीं होने देंगे, जो हमारी मुंबई को तोड़ने की कोशिश करेंगे, उन्हें हम काट देंगे.
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उद्धव ने और क्या-क्या कहा...
- हमारी बड़ी परियोजनाओं, वित्तीय केंद्रों और स्टॉक एक्सचेंज को गुजरात में ट्रांसफर करके मुंबई के महत्व को कम करने का प्रयास किया जाता है.
- यह चंद पूंजीवादी मानसिकता का रवैया है. मैं मुफ्त पानी-बिजली देने को तैयार हूं, लेकिन इंतजार कीजिए ऐसी घोषणाओं के बहकावे में मत आइए.
- आपको चुनाव के दौरान लुभाया जाता है और आप वोट देते हैं. इसी तरह, आपसे 'अच्छे दिन' का वादा किया गया था, लेकिन क्या आपके अच्छे दिन आए?
- जब आप काम नहीं करते हैं तो वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सांप्रदायिक हिंसा करवाते हैं. आपको इन सब बातों को जानना जरूरी होगा. यह सरकार आपको बेवकूफ बनाने में लगी है.
- आज महाराष्ट्र दिवस है. मैं फिर से कहना चाहता हूं कि हमें महाराष्ट्र तोहफे में नहीं मिला है बल्कि इसके लिए हमें खून बहाना पड़ा है. कल मैं हुतात्मा चौक पर कल आधी रात 12 बजे श्रद्धांजलि देने गया था. मैं यह जानकर दंग रह गया कि बीएमसी का कोई भी अधिकारी कोई तैयारी करने के लिए वहां नहीं था.
विपक्ष के नेता अजित पवार ने क्या कहा...
- बेमौसम बारिश से हमारा किसान मायूस है. उन्हें शिंदे-फडणवीस सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है. वे क्या कर रहे हैं? सरकार चुनाव से क्यों डर रही है? निकाय और स्थानीय निकाय चुनाव एक साल से पेंडिंग हैं. उन्हें भरोसा नहीं है कि अब लोग उन्हें वोट देंगे या नहीं.
- यह लोगों के दिल की नहीं बल्कि धोखेबाजों की सरकार है. हमारे यहां छत्रपति शिवाजी महाराज की परंपरा है. जनता ऐसे धोखेबाजों को स्वीकार नहीं करेगी. वे महंगाई कम करने के लिए तैयार नहीं हैं, बल्कि सिर्फ अपने विज्ञापनों का प्रचार कर रहे हैं.
- यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस सरकार को 'कमजोर' सरकार करार दिया. मैं अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि अगर हमें थोड़ा भी समझौता करना पड़े तो हमें एक साथ लड़ने और अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए तैयार रहना चाहिए.
- नगर निगमों में प्रत्येक टेंडर मंत्रालय से कंट्रोल होता है. यह ठीक प्रैक्टिस नहीं है. लोगों का पैसा बर्बाद हो रहा है. पिछले दस महीनों में करदाताओं का पैसा विज्ञापनों पर बेहिसाब खर्च किया जा रहा है. हाल ही में पर्यटन विभाग ने 'देखो अपना महाराष्ट्र' के रूप में विज्ञापन प्रकाशित किया. मराठी भाषा में विज्ञापन क्यों नहीं हैं? यह हिंदी में क्यों है?
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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने क्या कहा...
- APMC चुनावों ने दिखा दिया है कि जनता ने सत्ता में बैठे लोगों को उनकी जगह दिखा दी है. उन्होंने जबरदस्त धन बल का इस्तेमाल किया. जो सत्ता में हैं वे किसान विरोधी हैं. चुनाव में हार के डर से वे राज्य में बीएमसी और अन्य पेंडिंग नगर निगमों के चुनाव कराने को तैयार नहीं हैं.
- खारघर की घटना राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एक सुनियोजित सामूहिक हत्या थी. अभी तक कोई एफआईआर नहीं हुई है. अभी तक कोई जांच नहीं हुई है और हैरानी की बात यह है कि वे इस घटना के लिए धर्माधिकारी अप्पासाहेब को बुक करना चाहते हैं. यह बेहद शर्मनाक है.
- रिफाइनरी पर्यावरण विरोधी है, स्थानीय लोगों ने अब और तब यह बात कही है. रिफाइनरी सत्ता में बैठे लोगों के बिचौलियों के लिए है. किसान विरोधी शिंदे-फडणवीस सरकार बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है.
- मन की बात में भारी रकम खर्च की गई. यह जनता के पैसे की लूट है. मन की बात नहीं, जन की बात सुननी होगी. वे गालियां नहीं सुनना चाहते, लेकिन मैं उन्हें बता दूं कि आप सार्वजनिक जीवन में हैं और आपको गालियां सुननी पड़ेंगी.
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने क्या कहा...
संजय राउत ने बीजेपी नेता आशीष शेलार को चाइनीज कहा. उन्होंने कहा- कल अमित शाह यहां मुंबई में थे. यहां हमारी ताकत देखिए. अजीत पवार को लेकर सुबह से सब पूछ रहे हैं- दादा आएंगे या नहीं. दादा यहां हैं और वे बोलेंगे भी. कल हमने मन की बात सुनी. मन की बात क्या है, माधुरी दीक्षित और मन की बात सुनने वाली अन्य हस्तियां. यह एकमात्र पीएम हैं जो मन की बात की बात करते हैं, जनता की बात की नहीं.
- दिल्ली एक बार फिर मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ने की कोशिश कर रही है और इसलिए उन्होंने शिवसेना पर हमला बोला है. जब तक राज्य में शिवसेना मजबूत है, वे जानते हैं कि महाराष्ट्र को नहीं तोड़ सकते. उन्होंने हमें तोड़ने की कोशिश की लेकिन शिवसेना हमारे साथ है और हमारे साथ कांग्रेस, एनसीपी, मुस्लिम समुदाय भी है.
- इस मंच पर अनिल देशमुख, छगन भुजबल और मैं मौजूद हूं. हम सब जेल में थे, लेकिन हम अब भी आपसे डरे नहीं. दूसरी तरफ जिन्होंने बैंकों को लूटा, देश आपकी वॉशिंग मशीन में साफ हो गया. हिंदी में एक कहावत है, सुबह का भूला शाम को घर आता है तो उसे भूला नहीं कहते. अब नई कहावत है सुबह का गद्दार अगर शाम को बीजेपी में आता है तो गद्दार का इस्तेमाल करो, भ्रष्टाचार नहीं कहते.
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पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने क्या कहा...
मैं आपको लिखित में दे रहा हूं कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार गिर जाएगी, कैबिनेट में कोई महिला मंत्री नहीं हैं और यह सरकार बिल्डरों और ठेकेदारों की है. केंद्र का सारा समर्थन गुजरात के लिए है. हमारे पास आज महाराष्ट्र दिवस और गुजरात दिवस है, लेकिन गुजरात में दो सीएम हैं जिनमें हमारे सीएम (एकनाथ शिंदे) भी शामिल हैं. सभी परियोजनाओं को गुजरात ट्रांसफर कर दिया गया है.
अंतिम समय रैली में पहुंचे अजित पवार
आज की रैली में अजीत पवार के शामिल होने और भाषण देने को लेकर बहुत भ्रम था कि वह भाजपा के करीब आ रहे हैं. हालांकि, शिवसेना चाहती थी कि अजित पवार को आज की रैली में बोलना चाहिए, ताकि उनके बीजेपी में शामिल होने की सभी अफवाहों को खारिज किया जा सके. अंतिम समय में अजीत पवार रैली में पहुंचे और राज्य में सत्तारूढ़ शिंदे-फडणवीस सरकार के खिलाफ हमला बोला.