नागपुर में हुए हिंसा के मामले में पुलिस उप महानिरीक्षक (डीसीपी) निकेतन कदम ने घटना की गंभीरता को विस्तार से बताया. बीते दिन हुई इस घटना में डीसीपी कदम के हाथ में चोट लगी थी. घटना की जानकारी देते हुए, उन्होंने बताया कि विशेष क्षेत्र में एक बड़े समूह ने अचानक हिंसा फैलाई.
डीसीपी ने कहा, "भीड़ की संख्या बहुत अधिक थी. इसके बाद, पथराव शुरू हुआ और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया. हमारे पास कई सीसीटीवी फुटेज हैं जिनमें कुछ असामाजिक तत्व हथियारों के साथ घूमते हुए देखे गए हैं."
डीसीपी कदम ने बताया कि पथराव के दौरान कई अधिकारियों को भी चोटें आईं. उन्होंने बताया, "एक अन्य गली से अचानक 100 लोगों की भीड़ आई थी. उनके पास हथियार, पेट्रोल और लाठियां थीं. मेरी टीम वहां पर थी, इसलिए मेरा स्वाभाविक प्रतिक्रिया था कि उन्हें रोकूं या पीछे धकेल दूं, नहीं तो कुछ भी हो सकता था."
'कुल्हाड़ी से मुझ पर हमला किया'
डीसीपी ने कहा, "मैंने आगे बढ़कर उन्हें रोकने का प्रयास किया. भीड़ में से कुछ लोग पीछे हटे लेकिन उनमें से एक ने कुल्हाड़ी से मुझ पर हमला किया, जिससे मेरे हाथ में गहरी चोट आई, लेकिन सौभाग्य से हमारी टीम के किसी अन्य सदस्य को चोट नहीं आई."
आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी!
डीसीपी कदम ने यह भी स्पष्ट किया कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुझे फोन कर मेरी सेहत की जानकारी ली और पूरे नागपुर पुलिस की सराहना की. इससे निश्चित ही नागपुर पुलिस का आत्मविश्वास बढ़ेगा और हम भविष्य में भी इसी तरह साहस के साथ काम करते रहेंगे."