कांग्रेस छोड़ने के बाद अलग पार्टी बनाने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे अब महाराष्ट्र सरकार में शामिल होंगे. बीजेपी अपने कोटे से राणे को कैबिनेट का हिस्सा बनाएगी. सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें NDA सरकार में आने का न्योता दिया था.
कांग्रेस से अलग होने के बाद ये अटकलें थी कि नारायण राणे बीजेपी में शामिल होंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा न कर 'महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष' नाम से अपनी अलग पार्टी का गठन कर लिया. हालांकि, जल्द ही ये खबरें आने लगी थीं कि राणे फडणवीस सरकार को समर्थन देंगे. जिसके बाद सोमवार को इस बात की पुष्टि हो गई कि नारायण राणे फडणवीस कैबिनेट का हिस्सा होंगे.
हालांकि उन्हें कौन सा मंत्रालय सौंपा जाएगा, इसे लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. साथ ही राणे के शपथ ग्रहण को लेकर भी कोई घोषणा नहीं की गई है.
नारायण राणे शिवसेना का हिस्सा भी रहे हैं. बाल ठाकरे ने उन्हें सीएम भी बनाया था. करीब नौ महीने तक सीएम पद पर काबिज रहने के बाद राणे और बाल ठाकरे के बेटे उद्धव के बीच खींचतान हो गई थी. इसके बाद भाजपा- शिवसेना गठबंधन चुनाव हार गया और राणे विपक्ष के नेता बन गए. फिर 2005 में राणे को पार्टी से बाल ठाकरे ने यह कहते हुए निकाल दिया कि नेता हटाने और चुनने का अधिकार शिवसेना में मुझे ही है. शिवसेना से निकाले जाने के बाद राणे कांग्रेस में शामिल हो गए थे.