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'गोली चलने की आवाज किसी ने नहीं सुनी...' शिंदे गुट के MLA सरवणकर के समर्थन में नारायण राणे

गणेश विसर्जन के मौके पर उद्धव और शिंदे गुट के लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. विधायक सदा सरवणकर पर गोली चलाने का आरोप लगाया गया था. अब केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उनसे मुलाकात की है. उनकी तरफ से सवाल उठा दिया गया है कि आखिर किसने गोली चलने की आवाज सुनी थी?

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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट में तकरार कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है. जो विवाद सत्ता परिवर्तन के साथ शुरू हुआ था, कई मौकों पर अब हिंसक प्रदर्शन भी हो गए हैं. इसी कड़ी में गणेश विसर्जन के एक कार्यक्रम में उद्धव और शिंदे गुट के बीच जमकर मारपीट हुई है. हालात ऐसे बन गए कि मामला पुलिस तक चला गया और FIR भी दर्ज की गई. 

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असल में गणपति विसर्जन वाले दिन दोनों उद्धव और शिंदे गुट आमने-सामने आ गए थे. बड़ी बात ये है कि उद्धव खेमे ने शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर पर गोली चलाने का आरोप लगाया गया है. कहा गया है कि उनकी तरफ से हवाई फायरिंग हुई है. इस मामले में सरवणकर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. विवाद इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि उद्धव खेमे के लोगों ने बकायदा सड़क पर प्रदर्शन किया है, सरवणकर के पोस्टर जलाए हैं.

स्थिति को देखते हुए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र में सदा सरवणकर से मुलाकात की है. उस मुलाकात के बाद नारायण राणे ने सिर्फ इतना कहा है कि गठबंधन में एक दूसरे की मदद करना धर्म होता है. ऐसे में वे सरवणकर का हालचाल लेने आए थे. वहीं जब गोली चलाने वाले आरोप पर प्रतिक्रिया ली गई तो राणे ने उल्टा उद्धव ठाकरे पर ही सवाल दाग दिया. उन्होंने कहा कि गोली चलाने की आवाज किसको आई, आरोप तो कोई भी लगा सकता है. 50 आदमी मिलकर एक शख्स को मारने के लिए आगे आते हैं, वो किसी को नहीं दिखता. 

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मुंबई पुलिस लगातार इस मामले में जांच में जुटी है और CCTV खंगाले जा रहे हैं. खबर है कि मामले में पूछताछ के लिए सदा सरवणकर को भी बुलाया जाएगा. वहीं जिन चार उद्धव खेमे के लोगों को हिरासत में लिया गया था, उन्हें अभी के लिए छोड़ दिया गया है लेकिन जांच जारी रखी जा रही है.
 

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