देश की पहली मोनोरेल सेवा मुंबई के केंद्रीय-पूर्वी उपनगरीय वाडला-चेंबुर खंड में अगले महीने से शुरू हो जाएगी. दो साल से भी अधिक देरी के बाद महानगर में 8.9 किलोमीटर की यह मोनोरेल सेवा शुरू होगी.
मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के प्रमुख यूपीएस मदान ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण एक फरवरी को मोनोरेल सेवा का उद्घाटन करेंगे. वाणिज्यिक परिचालन अगले दिन से शुरू होगा. करीब 3,000 करोड़ रुपये की लागत वाली मोनो रेल परियोजना दो चरणों में क्रियान्वित की जा रही है.
पहले चरण में 8.9 किलोमीटर लंबा वाडला-चेंबूर खंड का निर्माण किया गया है जिसे शनिवार को आम लोगों के लिये खोल दिया जाएगा. दूसरे चरण में दक्षिण मुंबई में संत गडगे महराज चौक तक इसका विस्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ने पहले चरण के लिये किराया 5 से 11 रुपये के बीच तय किया है और एमएमआरडीए पहले चरण में छह ट्रेन तथा दूसरे चरण में 10 ट्रेनों का परिचालन करेगी.
शुरुआती चरण में मोनो रेल में चार डिब्बे होंगे. इसकी क्षमता 2,300 यात्रियों को लाने-ले जाने की है. उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य हर चार मिनट में सेवा देने का है. मोनोरेल परियोजना का क्रियान्वयन इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टूब्रो लि. (एल एंड टी) और मलेशियाई कंपनी स्कोमी इंजीनियरिग कंपनी का समूह कर रहा है. इसका परिचालन एमएमआरडीए करेगा. इससे वाडला और चेंबूर के बीच यात्रा समय मौजूदा 40 मिनट से घटकर करीब 21 मिनट रह जाएगा.