निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति निर्दल विधायक रवि राणा की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. राणा दंपति को कोर्ट से जमानत मिल गई है लेकिन बावजूद इसके रिहाई अटक गई है. ये साफ हो गया है कि राणा दंपति की एक और रात जेल में ही कटेगी. बताया जा रहा है कि शाम 5.30 बजे तक जमानत से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी की जानी थीं. ये डेडलाइन पार हो चुकी है. राणा दंपति के सामने अब एक नई मुसीबत भी खड़ी हो गई है.
बीएमसी की टीम अवैध निर्माण की जांच करने बुधवार को राणा दंपति के खार स्थित आवास पहुंची. बीएमसी की टीम ने निरीक्षण के लिए पहले ही नोटिस चस्पा कर दिया था. बीएमसी की टीम बुधवार को खार वेस्ट स्थित लवी बिल्डिंग की आठवीं मंजिल पर राणा दंपति के फ्लैट का निरीक्षण करने पहुंची. बीएमसी की टीम को राणा दंपति के आवास पर कोई भी नहीं मिला.
बीएमसी की टीम इसके बाद वापस लौट गई. बीएमसी की ओर से कहा गया है कि राणा दंपति को एक और नोटिस भेजी जाएगी. बीएमसी की टीम अब गुरुवार या शुक्रवार को राणा दंपति के फ्लैट का निरीक्षण करने पहुंच सकती है. गौरतलब है कि बीएमसी की टीम राणा दंपति के आवास पर अवैध निर्माण की जांच करेगी. राणा दंपति के करीबी बीएमसी के इस कदम को बदले की कार्रवाई बता रहे हैं.
कोर्ट ने दे दी है जमानत
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान करने के बाद निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. राणा दंपति को सेशन कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी थी. कोर्ट ने राणा दंपति को 50-50 हजार के मुचलके पर कुछ शर्तों के साथ जमानत दे दी थी. जमानत मिलने के बाद भी राणा दंपति की रिहाई नहीं हो पाई है. नवनीत राणा को उपचार के लिए जेजे हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां से वापस बायकुला जेल ले जाया गया है.
(देव कोटक के इनपुट के साथ)