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NCP चीफ शरद पवार का केंद्र पर निशाना, बोले- दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में विफल रहे अमित शाह

शरद पवार ने कहा कि दिल्ली में जो भी घटनाएं होती है, उसका संदेश पूरे देश में जाता है. आज दिल्ली में दंगों के कारण जो तस्वीरें सामने आई हैं, इससे गलत संदेश जा रहा है. इसके अलावा कार्यक्रम में मौजूद एनसीपी नेता छगन भुजबल और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने भी केंद्र सरकार और बीेजेपी पर जमकर निशाना साधा.

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एनसीपी चीफ शरद पवार. -फाइल फोटो
एनसीपी चीफ शरद पवार. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • छगन भुजबल ने कहा- भाजपा महंगाई की बात नहीं करती
  • भाजपा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में जुटी है: अजीत पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति में हार-जीत होती रहती है लेकिन सत्ता को दिमाग में नहीं लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का संकुचित विचार देशहित के नहीं है. पवार ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र की जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई का डर दिखाकर जनप्रतिनिधियों को धमकाया जाता है. लेकिन एनसीपी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इन कार्रवाईयों का करारा जवाब देंगे. 

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शरद पवार ने कहा कि मैंने इंदिरा, राजीव, नरसिम्हा राव, मनमोहन का कार्यकाल देखा है, जब अन्य देशों के नेता भारत (तब) आते थे, तो वे दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता जाते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है. अब कोई बाहरी देश का नेता आता है तो वह (नेता) भारत आते जरूर हैं लेकिन गुजरात जाते हैं. पवार ने कहा, "मुझे खुशी है कि अंतरराष्ट्रीय नेता गुजरात का दौरा कर रहे हैं, लेकिन चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हो, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग या यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हो, सभी को गुजरात ले जाया गया, न कि किसी अन्य जगह. यह दिखाता है कि दिल्ली के शासक दूसरे राज्यों के बारे में क्या सोचते हैं." 

बता दें कि शनिवार को कोल्हापुर के तपोवन मैदान में एनसीपी परिवार संवाद संकल्प सभा का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में मौजूद शरद पवार ने ये बातें कहीं.

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अमित शाह दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में विफल रहे: पवार

शरद पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा और कहा कि देश की राजधानी दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में वे विफल रहे है. इस महीने की शुरुआत में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि दिल्ली सांप्रदायिक तनाव के कारण जल रही थी. दिल्ली राज्य (मुख्यमंत्री) अरविंद केजरीवाल द्वारा नियंत्रित है, लेकिन इसकी पुलिस अमित शाह द्वारा नियंत्रित केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है. 

पवार ने कहा, "अगर दिल्ली में कुछ होता है, तो दुनिया में संदेश जाएगा. दुनिया सोचेगी कि दिल्ली में अशांति है." उन्होंने कहा, "दिल्ली हमारी राष्ट्रीय राजधानी है और इसके कुछ हिस्सों में झड़पें हुईं, लोगों ने एक-दूसरे पर हमला किया और आगजनी हुई." पवार ने कहा, "अमित शाह को दिल्ली को एकीकृत और अविभाजित रखने के लिए कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहे. आपके पास शक्ति है, लेकिन आप दिल्ली जैसे शहर को संभाल भी नहीं सकते." पवार ने राकांपा कार्यकर्ताओं से कहा कि "हमें इस देश में सत्ता में मौजूद सांप्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेंकना होगा."

हम इस देश को एकजुट रखने के लिए संघर्ष का सामना कर रहे हैं: पवार

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एनसीपी चीफ ने कहा, "हमें उन युवाओं की समस्याओं का समाधान करना है जो गंभीर रूप से गरीबी में हैं और आम आदमी के बोझ को कम करना है जो दोहरे अंकों की मुद्रास्फीति से जूझ रहे हैं." उन्होंने कहा, "हम इस देश को एकजुट रखने के लिए एक बड़े संघर्ष का सामना कर रहे हैं," उन्होंने कहा कि 2014 के आम चुनावों के बाद समुदायों और लोगों के बीच की खाई और चौड़ी हो गई. केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के बारे में पवार ने कहा कि पहले बहुत कम लोग प्रवर्तन निदेशालय के बारे में जानते थे, लेकिन अब ईडी हर जगह है.

पवार ने कहा कि पहले उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया, लेकिन बाद में अपना बयान बदलकर चार करोड़ रुपये कर दिया. इसी तरह, (राज्य मंत्री) नवाब मलिक के खिलाफ 20 साल पुराने मामले को चुनिंदा रूप से खोदा गया और उन्हें फंसाया गया था. एनसीपी के दोनों नेता मनी लॉन्ड्रिंग जांच का सामना कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर केंद्र सरकार को लगता है कि एनसीपी या अन्य विपक्षी दलों का ईडी या सीबीआई की मदद से गला घोंटा जा सकता है, तो वे मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं." 

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छगन भुजबल ने कहा- भाजपा महंगाई की बात नहीं करती

एनसीपी के कार्यक्रम में मौजूद छगन भुजबल ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल समेत गैस की कीमतें बहुत बढ़ गईं हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद 15 लाख रुपए देने का वादा किया गया था लेकिन नोटबंदी कर दी गई.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का महत्व कम किया जा रहा है. यहां का डायमंड मार्केट, कपड़ा मार्केट सब सूरत शिफ्ट हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात के लिए मोदी सरकार महाराष्ट्र में उद्योगों को खत्म कर रही है. यहां के नेताओं और लोगों को कम सुविधा दी जा रही है.

भाजपा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने में जुटी है: अजीत पवार

वहीं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार को अस्थिर करने का काम भाजपा के लोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता महंगाई के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं जबकि महंगाई से सभी परेशान हैं. अजीत पवार ने कहा कि राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं. इस दौरान भाजपा लगातार महाराष्ट्र सरकार को गिराने में जुटी है. 

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(रिपोर्ट- दीपक सूर्यवंशी)

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