महाराष्ट्र में मंत्रालय के बंटवारों को लेकर चल रही खींचतान और तमाम नेताओं की नाराजगी के बीच एनसीपी मुखिया शरद पवार ने एक बार फिर महागठबंधन की आवाज बुलंद की है. महाराष्ट्र में गैर बीजेपी सरकार बनवाने का पूरा श्रेय शरद पवार को ही जाता है शायद यही वजह है कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी उन्हें पूरे विपक्ष को एक मंच पर लाने की गुहार लगा रही हैं.
ममता ने शरद पवार से की अपील
महागठबंधन को लेकर शरद पवार ने कहा कि लोग महाराष्ट्र में हुए प्रयोग को देख रहे हैं, लोग विकल्प चाहते हैं और यह एक पार्टी द्वारा संभव नहीं है, हमें साझा कार्यक्रम पर एक साथ आने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे ममता का पत्र भी मिला है और उन्होंने अनुरोध किया है कि आप जैसे लोगों को इस बारे में पहल करनी चाहिए और इस पर चर्चा के लिए बैठक बुलानी चाहिए. शरद पवार ने कहा कि हम दूसरों से इस मुद्दे पर बात करेंगे और देखेंगे कि मैं क्या कर सकता हूं.
शरद पवार बोले- आज रात या कल सुबह तक सुलझ जाएगी बात
इसके साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति पर बात करते हुए एनसीपी सुप्रीमो ने यह भी स्पष्ट किया कि पोर्टफोलियो को लेकर महाराष्ट्र सरकार में कोई लड़ाई नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि हर कोई स्थिति को समझता है, सारी बातें आज रात या कल सुबह तक सुलझ जानी चाहिए.
मंत्रालय बंटवारे पर चल रही है बैठक
इस बीच जानकारी आई है कि महाराष्ट्र में मंत्रालयों के बंटवारे पर चर्चा के लिए शिवसेना नेता सुभाष देसाई के सरकारी आवास पर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के नेताओं के बीच बैठक चल रही है. बैठक में अजित पवार, जयंत पाटिल, एकनाथ शिंदे, बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार भी मौजूद हैं.