केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को लेकर अक्सर राजनीतिक गलियरों में अटकलें चलती रहती हैं. जब वह बीजेपी के किसी बड़े कार्यक्रमों से दूर रहते हैं तो यह भी पूछा जाता है कि क्या वह पार्टी से नाराज चल रहे हैं? इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पहुंचे गडकरी ने इसके जवाब में कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं है और वह ऐसा करते भी नहीं हैं.
मसलन, नितिन गडकरी ने बीजेपी की नागपुर सभा से दूरी बना ली थी, जिसपर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी ने उस दौरान उन्हें कोई जिम्मेदारी दी थी. उन्होंने बताया कि वह उस दौरान जम्मू कश्मीर में थे, जहां पार्टी नेतृत्व के कहने पर वह वहां गए थे और यही वजह थी कि वह सभा में नहीं पहुंच सके.
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बीजेपी की सभाओं से दूर रहते हैं गडकरी?
बीजेपी मीटिंग से दूर रहने के आरोप पर गडकरी ने कहा, "आप 101 फीसदी झूठ बोल रहे हैं. मैंने जम्मू कश्मीर, हरियाणा और बेंगलुरु की बीजेपी सभाओं में भाग लिया. नागपुर की एक मीटिंग में नहीं आ सका क्योंकि जम्मू में तीन-चार सभाएं थीं."
लोकसभा चुनाव के दौरान नागपुर लोकसभा सीट के निरीक्षण पर गडकरी ने कहा, "देवेंद्र फडणवीस भी चुनाव लड़ रहे हैं, और उनके सीट का भी निरीक्षण किया गया है. बीजेपी में ऐसा ही होता है. इसकी रिपोर्ट नेतृत्व के पास जाती है और फिर फैसले होते हैं."
पीएम मोदी के साथ मेरे अच्छे संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों पर गडकरी ने कहा, "मेरा और पीएम मोदी का संबंध बहुत अच्छा है. मैं आरएसएस का स्वयंसेवक हूं, और मोदी जी के सवाल आप उनसे पूछिए."
नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीति में विचार भले ही अलग हों, लेकिन संबंध अच्छे होने चाहिए. मोदी 2.0 और मोदी 3.0 के बीच बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा, "मोदी जी के नेतृत्व में सरकार पांच साल चलेगी. मेरी निष्ठा और लोगों के सम्मान के लिए मैं आभारी हूं."