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वक्त की बर्बादी और 'बेहूदगी' है NOTA का विकल्प, बोले महाराष्ट्र के राज्यपाल

महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने वोटिंग के 'नोटा' विकल्प पर विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग की ओर से लागू किए गए 'नोटा' विकल्प को 'बेहूदगी' और वक्त की बर्बादी बताया है.

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महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने वोटिंग के 'नोटा' विकल्प पर विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग की ओर से लागू किए गए 'नोटा' विकल्प को 'बेहूदगी' और वक्त की बर्बादी बताया है.

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प्रेस क्लब मुंबई के रेडइंक अवॉर्डस के दौरान शंकरनारायणन ने कहा, ‘यह नन-ऑफ-द-एबव (नोटा) बेहूदगी क्या है? मैं नहीं समझ पाता. किसी लोकतांत्रिक प्रणाली में नोटा क्या है?’

राज्यपाल ने कहा, ‘किसी लोकतंत्र में आप नोटा नहीं पा सकते. आप जा रहे हैं और नोटा पर मत दे रहे हैं. आप इस तरह अपना वक्त क्यों बरबाद करना चाहते हैं? यह असल में वक्त की बरबादी है. किसी लोकतंत्र में इसकी कोई जगह नहीं है.’

कार्यक्रम में सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मुख्य अतिथि थे. उन्होंने प्रिंट और टेलीविजन पुरस्कार के 15 अलग-अलग खंडो में बेहतरीन स्टोरी करने के लिए विजेता और उप विजेता 30 पत्रकारों को नकद पुरस्कार और ट्रॉफी दी. वरिष्ठ पत्रकार मृणाल पांडे को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया.

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