बॉम्बे हाईकोर्ट परिसर के आसपास सोमवार को कुछ नींबू, लाल सिंदूर, नारियल और काले वूडू गुड़ियों के बंडल मिलने से हड़कंप मच गया. ये सभी चीजें अखबारों में लिपटी हुई थीं और कोर्ट के ऐतिहासिक भवन के आसपास अलग-अलग स्थानों पर पाई गईं. कुछ पुलिसकर्मियों के अनुसार, ये बंडल कम से कम दो जगहों पर रखे गए थे और पिछले कुछ दिनों से वहीं पड़े हैं. चूंकि यह मामला काले जादू से जुड़ा हो सकता है, इसलिए कोई भी इन्हें छूने से बच रहा था.
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब महाराष्ट्र सरकार ने 2013 में 'मानव बलि और अन्य अमानवीय, कुप्रथाओं एवं अघोरी प्रथाओं की रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम' लागू किया था. यह कानून काले जादू, मानव बलि और अंधविश्वास के नाम पर किए जाने वाले शोषणकारी कार्यों को अपराध मानता है.
हाईकोर्ट के आसपास के व्यस्त फुटपाथों पर चलते लोग इन वूडू गुड़ियों से दूर रहने की कोशिश कर रहे हैं. एक बंडल मुंबई विश्वविद्यालय से सटे हाईकोर्ट के साइन बोर्ड के पास पड़ा मिला, जबकि दूसरा ओवल मैदान के पास निकास द्वार के पास एक पेड़ के नीचे रखा गया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि ये बंडल फुटपाथ पर पाए गए हैं, इसलिए उन्हें साफ करने की जिम्मेदारी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) की है. हालांकि, उन्होंने पहले हाईकोर्ट के हाउसकीपिंग स्टाफ को इसे हटाने के लिए बुलाया, लेकिन उन्होंने इसे छूने से इनकार कर दिया. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि इतनी कड़ी पुलिस सुरक्षा और हर जगह लगे सीसीटीवी कैमरों के बावजूद कोई इन वूडू गुड़ियों को कोर्ट परिसर के आसपास रखकर चला गया. इस घटना को लेकर वकीलों और आम जनता के बीच चर्चाओं का दौर जारी है.