महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा है और अब जब देशभर में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है तो मुंबई समेत अन्य कई शहरों के लोग वैक्सीन लगवाने के लिए पास के पालघर जिले की ओर रुख कर रहे हैं जिसका स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया.
मुंबई से सटे पालघर जिले में 18 साल से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू तो हो गया है पर टीकाकरण केंद्रों पर जिले के बाहर के लोगों के आने से हंगामा हो रहा है.
जिले के जव्हार में टीकाकरण केंद्र पर कुछ दिन पहले ही मुंबई, ठाणे, डोम्बीवली, और गुजरात के लोग आ गए. इसकी जानकारी जब स्थानीय लोगों को मिली तो उन लोगों ने इसका जमकर विरोध और हंगामा किया.
स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से कुछ देर तक टीकाकरण केंद्र को बंद रखना पड़ा. आखिरकार पुलिस को बुलाया गया तब जाकर मामला नियंत्रित हुआ. इसी तरह पालघर नगर परिषद क्षेत्र में भी भगिनी समाज स्कूल के टीकाकरण केंद्र पर मुंबई, ठाणे, और गुजरात के लोग आकर वैक्सीनेशन करवा रहे थे.
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जानकारी मिलने पर पालघर नगर परिषद के नगरसेवकों ने इसका जमकर विरोध किया और उन्हें रोका. उसके बाद दूसरे जिले के लोगों को पालघर जिले में वैक्सीनेशन ना दी जाए इसकी मांग शिवसेना के नगर सेवक चंद्र शेखर ने पालघर के विधायक श्रीनिवास वनगा को पत्र देकर की है.
साथ ही जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में इंटरनेट की पर्याप्त सेवा नहीं होने के कारण आदिवासी समाज के लोग वैक्सीनेशन ऑनलाइन रजिस्टर्ड नहीं हो पा रहे हैं. आदिवासी समाज वैक्सीन से वंचित ना रहे. इसलिए जिले में वैक्सीनेशन जल्द से जल्द ऑफलाइन की सुविधा भी शुरू की जाने की मांग नगरसेवक चंद्रशेखर ने की है.