प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई से सटे कल्याण में दो मेट्रो रेल लाइन परियोजनाओं और एक बड़ी सस्ती आवास परियोजना का शिलान्यास किया. इन योजनाओं की लागत 41 हजार करोड़ रुपए से अधिक है. कल्याण के बाद पीएम मोदी ने पुणे में मेट्रो फेज 3 का शिलान्यास किया.
लोगों का जीवन होगा सुगम
पुणे में मेट्रो लाइन का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र और देश के कोने-कोने से यहां काम करने पहुंचे आईटी प्रोफेशनल्स को और यहां के स्थानीय लोगों का जीवन इससे सुगम होने वाला है. पीएम ने कहा कि आप बीते चार साढ़े चार वर्षों से निरंतर देख रहे हैं कि कैसे इंफ्रास्ट्र्क्चर पर इस सरकार का फोकस रहा है. देशभर में कनेक्टिविटी यानि हाईवे, रेलवे, एयरवे, वॉटरवे और आईवे को विस्तार और रफ्तार देने का काम तेज़ गति से चल रहा है. ये सब अगर हो पा रहा है तो, इसके पीछे सरकार की प्रतिबद्धता तो है ही, स्थानीय लोगों, किसानों, कामगारों, प्रोफेशनल्स की इच्छा, आकांक्षा और सहयोग भी है.
मेट्रो के विस्तार में अटल जी का योगदान
पीएम ने कहा कि आज देश में मेट्रो का जो भी विस्तार हो रहा है, उसको सही मायने में गति अटल जी की सरकार ने दी थी. शहर और गांव में इंफ्रास्ट्रक्चर पर अटल जी ने जो बल दिया, उसको 10 वर्ष बाद हमारी सरकार ने स्पीड भी दी और स्केल भी बढ़ाई. मुझे ये कहते हुए ज़रा भी संकोच नहीं है कि अगर अटल जी की सरकार को थोड़ा समय और मिलता तो, शायद आज मुंबई और इसके आसपास के इलाकों को, महाराष्ट्र के अनेक शहरों को मेट्रो से जोड़ा जा चुका होता. पीएम ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए आवश्यक इंफास्ट्र्क्चर हमारे पास तैयार है और यहां मौजूद हज़ारों युवा साथियों की तरह एक से एक इनोवेटिव माइंड्स की फौज भी हमारे पास तैयार है.
पुणे में पीएम मोदी हिंजेवाड़ी और शिवाजीनगर के बीच प्रस्तावित तीसरी मेट्रो लाइन का शिलान्यास किया. हिंजेवाड़ी से शिवाजीनगर के बीच की मेट्रो लाइन की लंबाई 23 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत 8,313 करोड़ रुपये है. ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो रेलमार्ग-पांच की अनुमानित लागत 8,416 करोड़ रुपये है. 24.9 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 17 स्टेशन होंगे. पूरी प्रणाली छह कोच की मेट्रो रेल के मुताबिक तैयार की जाएगी. 2021 तक इस मार्ग से 2.29 लाख लोगों के रोजाना सफर करने की उम्मीद है.
इससे पहले कल्याण में पीएम मोदी ने मराठी में अपना भाषण शुरू किया और शिवाजी, डॉ. भीमराव अंबेडकर, ज्योतिबा फुले और साहू को श्रद्धांजलि दी. पीएम ने कहा कि मुंबई और ठाणे देश का वो हिस्सा है जिसने देश के सपनों को साकार करने में मदद की है. छोटे-छोटे गांवों-कस्बों से आए सामान्य लोगों ने यहां बड़ा नाम कमाया है, देश को गौरवान्वित किया है. यहां जन्म लेने वालों, यहां रहने वालों का हृदय इतना विशाल है कि सबको अपने दिल में जगह दी है. तभी तो यहां पर पूरे भारत की तस्वीर एक ही जगह दिखती है. जो भी यहां आता है वो मुंबइया रंग में रंग जाता है, मराठी परंपरा का हिस्सा हो जाता है.
आज मुंबई का विस्तार हो रहा है, चारों ओर विकास हो रहा है. लेकिन इसके साथ-साथ यहां संसाधनों पर भी दबाव बढ़ा है. विशेषतौर पर यहां के ट्रांसपोर्ट सिस्टम, सड़क और रेल व्यवस्था पर इसका प्रभाव दिखने को मिलता है.
इसी को ध्यान में रखते हुए बीते चार-साढ़े चार वर्षों में मुंबई और ठाणे समेत इससे सटे तमाम इलाकों के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर करने के लिए अनेक प्रयास किए गए हैं.
आज भी यहां जो 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है, उसमें दो मेट्रो लाइन भी शामिल हैं. इसके अलावा, ठाणे में 90 हज़ार गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए अपने घरों के निर्माण से जुड़े प्रोजेक्ट की भी शुरुआत आज की गई हैं. ट्रांसपोर्टेशन किसी भी शहर, किसी भी देश के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी होता है. भारत तो दुनिया के उन देशों में है जहां तेज गति से शहरीकरण हो रहा है. मुंबई तो वैसे भी देश की आर्थिक गतिविधियों का सेंटर रहा है और आने वाले समय में इसका और विस्तार होने वाला है.
पीएम ने कहा कि मुंबई लोकल के लिए सैकड़ों करोड़ का आवंटन किया. यहां के पुराने रेलवे ब्रिजों का नवीनीकरण किया गया. मुंबई लोकल के अलावा भी ट्रांसपोर्ट के दूसरे माध्यमों का विस्तार किया गया जिसमें से मेट्रो सिस्टम सबसे प्रभावी माध्यम बनता जा रहा है. मुंबई में पहली बार साल 2006 में मेट्रो की पहली परियोजना की शुरुआत की गई थी. लेकिन 8 साल तक क्या हुआ, कहां मामला अटक गया, बताना मुश्किल है. पहली लाइन 2014 में शुरू हो सकी, वो भी सिर्फ 11 किलोमीटर की लाइन...8 साल में सिर्फ और सिर्फ 11 किलोमीटर. 2014 के बाद हमने तय किया कि मेट्रो लाइन बिछाने की स्पीड भी बढ़ेगी और स्केल भी बढ़ेगी. पिछले चार साल में मुंबई में मेट्रो का जाल बिछाने के लिए अनेक नई परियोजनाओं की शुरुआत की गई है. इसी सोच पर चलते हुए आज दो और मेट्रोलाइनों का शिलान्यास किया गया है. यानी आने वाले 3 साल में यहां 35 किलोमीटर की मेट्रो क्षमता और जुड़ जाएगी. इतना ही नहीं साल 2022 से 2024 के बीच मुंबई वासियों को पौने 3 सौ किलोमीटर की मेट्रो रेल लाइन उपलब्ध हो जाएगी. केंद्र सरकार ने तय किया है कि साल 2022 में, जब देश आजादी का 75 वां पर्व मना रहा हो, तब देश के हर परिवार के पास अपनी पक्की छत हो, अपना पक्का घर हो.
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार ढाई लाख रुपये तक की मदद सीधे बैंक में जमा कर रही है. यानी लोन का अमाउंट सीधे ढाई लाख रुपये घट जाता है. यानी निम्न और मध्यम वर्ग की मदद होम लोन में भी की जा रही है. इसके अलावा, पहले के मुकाबले होम लोन पर ब्याज दर भी काफी कम हुई है. सरकार द्वारा इस योजना के तहत कमजोर तबके के लोगों को, निम्न आय वर्ग वालों को साढ़े 6 प्रतिशत की इंटरेस्ट सब्सिडी भी दी जा रही है. मिडिल इनकम ग्रुप वालों को भी 3 से 4 प्रतिशत की इंटरेस्ट सब्सिडी दी गई है.
सरकार की इन्हीं ईमानदार कोशिशों का नतीजा है कि बीते एक-डेढ़ वर्ष में लाखों लोगों ने अपना पहला घर इस योजना का लाभ उठाते हुए बुक किया है, खरीदा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 7-8 महीने में नए घर खरीदने की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले दो गुनी से भी अधिक हुई है. आज रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी यानि RERA देश के अधिकांश राज्यों में नोटिफाई किया जा चुका है. 21 राज्यों में तो ट्रिब्यूनल भी काम कर रहे हैं. देशभर के करीब 35 हजार रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स और 27 हजार रियल एस्टेट एजेंट्स इससे रजिस्टर हो चुके हैं. इसमें भी महाराष्ट्र के सबसे अधिक प्रोजेक्ट्स और एजेंट्स शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि निम्न और मध्यम वर्ग का बिजली का बिल कैसे कम हो, सरकार इसके लिए भी निरंतर प्रयास कर रही है. देशभर में उजाला योजना के तहत 30 करोड़ से अधिक LED बल्ब बांटे जा चुके हैं, जिसमें से करीब सवा 2 करोड़ बल्ब महाराष्ट्र में बांटे गए हैं. जिसमें से ठाणे में भी लाखों बल्ब दिए जा चुके हैं.
पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार सबका साथ, सबका विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. देश का कोई कोना, कोई गांव और शहर, कोई वर्ग विकास से अछूता ना रहे, इसके लिए काम किया जा रहा है. गरीब का जीवन स्तर ऊपर उठाया जाए इसके लिए योजनाएं बनाई और चलाई जा रही हैं.
इससे पहले पीएम मोदी मंगलवार सुबह मुंबई पहुंच गए. उन्होंने यहां राजभवन में एक किताब 'टाइमलेस लक्ष्मण' का विमोचन भी किया.
इसके बाद मोदी ठाणे जिले में ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो रेलमार्ग-पांच और दहीसर-मीरा भयंदर मेट्रो रेलमार्ग-नौ का शिलान्यास किया.
Kalyan: PM Narendra Modi lays foundation stone of two metro corridors — Thane-Bhiwandi-Kalyan Metro&Dahisar-Mira-Bhayander Metro and CIDCO housing scheme in Maharashtra. pic.twitter.com/x551SdwOj0
— ANI (@ANI) December 18, 2018
इसके अलावा मोदी नवी मुंबई शहरी नियोजन प्राधिकरण और महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की आवासीय योजना का भी शुभारंभ करेंगे. इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18,000 करोड़ रुपये की लागत से 89,771 किफायती आवासों का निर्माण किया जाना है.
मंगलवार को PM मोदी पुणे भी जाएंगे. वहां वह हिंजेवाड़ी और शिवाजीनगर के बीच प्रस्तावित तीसरी मेट्रो लाइन का शिलान्यास करेंगे. इस योजना का क्रियान्वयन पुणे नगर निगम क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण नई मेट्रो नीति के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी से कर रहा है.
ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो रेलमार्ग-पांच की अनुमानित लागत 8,416 करोड़ रुपये है. 24.9 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 17 स्टेशन होंगे. पूरी प्रणाली छह कोच की मेट्रो रेल के मुताबिक तैयार की जाएगी. 2021 तक इस मार्ग से 2.29 लाख लोगों के रोजाना सफर करने की उम्मीद है.
दहीसर-मीरा भयंदर मेट्रो रेलमार्ग-नौ 10.3 किलोमीटर लंबा होगा. इसमें आठ स्टेशन होंगे और इसकी अनुमानित लागत 6,607 करोड़ रुपये है. इस मार्ग के 2022 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है. इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण मुंबई नगर निगम क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण करेगा.
वहीं हिंजेवाड़ी से शिवाजीनगर के बीच की मेट्रो लाइन की लंबाई 23 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत 8,313 करोड़ रुपये है. मोदी मंगलवार रात को ही पुणे से दिल्ली वापस आ जाएंगे. PM मोदी के बाद बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मुंबई जाएंगे.