भारत में तंबाकू अभियान का चेहरा सुनीता तोमर की मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में बुधवार सुबह मौत हो गई. सुनीता ने दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भारत में तंबाकू से कैंसर का कोई शोध न होने पर अफसोस जताया.
दरअसल, सुनीता ने ये पत्र तब लिखा जब, तंबाकू अधिनियम के प्रावधानों पर विचार कर रही एक संसदीय समिति के प्रमुख ने बयान दिया कि तंबाकू उत्पादों के सेवन से कैंसर होता है, इसकी पुष्टि करने के लिए कोई भारतीय अनुसंधान उपलब्ध ही नहीं है.
सुनीता ने अपने पत्र में मोदी को लिखा, 'संसदीय समिति के प्रमुख दिलीप गांधी ने कई लॉबी के दबावों के चलते तंबाकू उत्पादों पर छापी जाने वाली चेतावनी का आकार बड़ा करने की अपनी 1 अप्रैल की समय सीमा को भारत में टालने का बयान दिया है, लेकिन मुझे समझ नहीं आता इतनी बड़ी पोस्ट में बैठे अधिकारी ने इतना गैरजिम्मेदारा बयान कैसे दिया. चेतावनी का बड़ा आकार कई जिंदगियों को बचा सकता है. आपने रेडियो में 'मन की बात' में भी इसकी बात की थी.'