पुणे में इन दिनों एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें बीजेपी विधायक योगेश टिलेकर आरटीआई कार्यकर्ता रविंद्र बारहाटे के पांव छू रहे हैं. आजतक के संपर्क करने पर रविंद्र बारहाटे ने वीडियो वायरल होने की पुष्टि की.
रविंद्र बारहाटे ने बताया कि यह वीडियो सितंबर का है जो उनके रेस्तरां का है. उन्होंने बताया कि अगस्त में पुणे के हडपसर में उनकी कंपनी फाइबर ऑप्टिक बिठाने का काम कर रही थी. उसी दौरान एक व्यक्ति ने कंपनी में काम कर रहे लोगों से पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगी. बाद में पता चला कि रंगदारी मांगने वाला शख्स बीजेपी विधायक योगेश टिलेकर का आदमी थी.
इसके बाद रविंद्र बारहाटे ने योगेश टिलेकर से संपर्क किया और कहा कि उन्हें इस तरह का काम शोभा नहीं देता. उन्होंने आरोप लगाया कि योगेश टिलेकर ने अपने आदमी को रोकने के बजाय केबल कंपनी के मालिक को अपने पास बुलाया. रविंद्र बारहाटे के कहने पर केबल कंपनी के मालिक ने सारी बातें मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली और पुणे पुलिस को सौंप दी. साथ ही योगेश टिलेकर के खिलाफ केस भी दर्ज करा दी.
जब पुलिस केस के बारे में जानकारी मिली तो योगेश टिलेकर ने रविंद्र बारहाटे से उनके रेस्तरां में जाकर माफ़ी मांगी और पांव भी छुए. यह दावा बारहाटे ने आजतक से बातचीत के दौरान किया. लेकिन वहीं योगेश टिलेकर ने पैर छूने की बात से इनकार किया लेकिन साथ में कहा कि आरटीआई एक्टिविस्ट उम्र में बड़े हैं, इसलिए उन्होंने उनके पांव छुए. बीजेपी विधायक ने रंगदारी मांगने के आरोपों से भी इंकार कर दिया.