महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे शहर के व्यस्त स्वर्गेट बस स्टैंड पर खड़ी राज्य परिवहन बस के अंदर कथित तौर पर एक व्यक्ति ने 26 वर्षीय महिला के साथ रेप किया. मामला मंगलवार सुबह के वक्त का है. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया. महिला ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
स्वर्गेट पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि मामले में आरोपी की पहचान दत्तात्रेय गाडे के रूप में हुई है. आरोपी के खिलाफ पहले से ही चोरी और चेन स्नैचिंग के मामले दर्ज हैं. स्वर्गेट महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के सबसे बड़े बस जंक्शन्स में से एक है.
जांच में जुटीं पुलिस की 13 टीम
आरोपी दत्तात्रेय गाडे के खिलाफ शिरुर, शिकारपुर और स्वारगेट पुलिस स्टेशन में पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. स्वारगेट पुलिस स्टेशन में जेबकतरी (आईपीसी 379) का मामला दर्ज किया गया था. फिलहाल, पुणे क्राइम ब्रांच की 13 टीम आरोपी की तलाश में जुटी हैं, साथ ही डॉग स्क्वॉड भी भेजा गया है.
आरोपी पर 1 लाख का इनाम
पुणे जोन II डीजीपी स्मार्टाना पाटिल मामले पर बयान देते हुए कहा, "आरोपी ने मास्क लगाया था, इसलिए चेहरा पहचान में नहीं आ पा रहा था, बाद में फेस रिकॉग्नाइज हुआ. हमारी टीम जल्द ही आरोपी को पकड़ लेगी. जो आरोपी के बारे में बताएगा, उसको 1 लाख रुपए का अवार्ड दिया जाएगा. बस को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है."
यह भी पढ़ें: पुणे में खौफनाक वारदात... बार मालिक को दबंगों ने पीटा, फिर पेट्रोल डालकर की जिंदा जलाने की कोशिश!
NCW ने लिया संज्ञान
एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बुधवार को बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पुणे में खड़ी राज्य परिवहन बस के अंदर 26 वर्षीय महिला के साथ कथित रेप का स्वत: संज्ञान लिया है और महाराष्ट्र के अधिकारियों से मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
एक अधिकारी ने कहा कि NCW की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के स्वर्गेट डिपो में मंगलवार सुबह हुई घटना के संबंध में पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है.
मामले का आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (36) एक हिस्ट्रीशीटर है, जो साल 2019 से जमानत पर बाहर था. वह फरार है और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए आठ टीमें बनाई हैं.
NCW अध्यक्ष ने DGP को तीन दिन के अंदर FIR की कॉपी के साथ आयोग को कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एक बयान में आयोग ने कहा कि वह इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करता है. इस घटना से सार्वजनिक सुरक्षा और कानून प्रवर्तन उपायों के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा होती हैं.
रहाटकर ने पुलिस अधिकारियों को घटना की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है, जिससे देरी या लापरवाही की कोई गुंजाइश न रहे.
प्रोटेस्ट और तोड़फोड़
शिवसेना (UBT) कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित लापरवाही के खिलाफ विरोध जताते हुए स्वारगेट बस स्टैंड पर सुरक्षा गार्ड केबिन में तोड़फोड़ की. कई कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा कार्यालय के अंदर खिड़की के शीशे और फर्नीचर तोड़ दिए, जबकि महिला कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
शिवसेना (यूबीटी) नेता वसंत मोरे ने कहा, "अगर किसी महिला के साथ सुरक्षा केबिन के सामने रेप होता है, तो किसी को भी वहां बैठने का अधिकार नहीं है. एजेंसी के मुताबिक, मोरे ने कहा, "यह घटना सुरक्षा केबिन के सामने हुई. अगर किसी महिला के साथ सुरक्षा केबिन के सामने बलात्कार होता है, तो किसी को भी वहां बैठने का अधिकार नहीं है."
यह भी पढ़ें: पुणे में बस के अंदर रेप, गुस्साए UBT कार्यकर्ताओं ने डिपो में की तोड़फोड़
23 सेक्योरिटी गार्ड निलंबित
रेप की घटना के बाद अधिकारियों ने स्वारगेट बस डिपो में सुरक्षा चूक के मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू की दी. परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बस स्टैंड पर तैनात 23 सुरक्षा गार्डों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया. इसके साथ ही गुरुवार से नए सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी संभालने का निर्देश दिया गया.
स्वारगेट डिपो प्रबंधक और यातायात नियंत्रक के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है. उनकी जवाबदेही पर विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर परिवहन आयुक्त को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
CM ने की निंदा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटना की निंदा करते हुए इसे 'सभ्य समाज के प्रत्येक सदस्य के लिए अत्यंत शर्मनाक, दर्दनाक और क्रोध जनक' बताया है.
उन्होंने कहा, "हमारी बहन के साथ रेप की घटना बेहद शर्मनाक, दर्दनाक और सभ्य समाज के हर सदस्य के लिए क्रोध पैदा करने वाली है. आरोपी द्वारा किया गया अपराध अक्षम्य है और इसके लिए मृत्युदंड के अलावा कोई सजा नहीं हो सकती. मैंने व्यक्तिगत रूप से पुणे पुलिस आयुक्त को जांच की बारीकी से निगरानी करने और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए हैं."
यह भी पढ़ें: पुणे में बस के अंदर रेप, गुस्साए UBT कार्यकर्ताओं ने डिपो में की तोड़फोड़
कांग्रेस ने मांगा CM का इस्तीफा
महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ हर्षवर्धन सपकाल ने मामले पर कहा, "शिवशाही बस में बलात्कार दुर्भाग्यपूर्ण है. कानून व्यवस्था और सीएम पर सवाल उठाता है. अगर किसी मंत्री का बेटा लापता हो तो चार्टर्ड विमान को बीच हवा में ही मोड़ दिया जाता है. ऐसे कई मामले हो सकते हैं. मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए."
कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "महाराष्ट्र में कानून की धज्जियां उड़ चुकी हैं, अपराध बढ़ गया है, सरकारी बस में ऐसी घटना हो जा रही है. पुलिस के ऊपर से लोगों का विश्वास उठ चुका है. सीएम थोड़ा ध्यान दें."