महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एंटी नार्कोटिक सेल ने एक उच्च शिक्षित युवक को गांजा बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी का नाम हरीश मगन सोनवणे है, जो पिंपरी-चिंचवड़ में ही काम करता था. पुलिस ने उसके पास से 10 किलोग्राम गांजा जब्त किया, जिसकी कीमत करीब 6 लाख रुपये आंकी गई है.
पुलिस के अनुसार, हरीश सोनवणे पढ़ा-लिखा युवक है. उसका भाई भी एक स्पोर्ट्स टीचर है. पैसे के लिए हरीश गांजा तस्करी करने लगा. पुलिस को संदेह है कि वह मध्य प्रदेश से गांजा लेकर आया था और इसे पिंपरी-चिंचवड़ में बेचने की कोशिश कर रहा था.
एंटी नार्कोटिक सेल को सूचना मिली थी कि पिंपल सौदागर इलाके में वाइन शॉप के सामने एक युवक गांजा बेचने की फिराक में है. सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने छापेमारी की. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो आरोपी हरीश सोनवणे दोपहिया वाहन पर बैठा था और उसकी पीठ पर एक बैग लटका हुआ था.
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जब पुलिस ने उसे रोका और तलाशी ली, तो बैग से 10 किलो गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि वह यह गांजा मध्य प्रदेश से लाया था और यहां सप्लाई करने की फिराक में था.
इस मामले में सांगवी पुलिस स्टेशन में हरीश सोनवणे के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस इंस्पेक्टर संतोष पाटिल की देखरेख में यह कार्रवाई की गई. पुणे पुलिस और एंटी नार्कोटिक सेल लगातार ड्रग तस्करी और अवैध नशे के कारोबार पर शिकंजा कस रही है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि हरीश सोनवणे का किसी बड़े ड्रग नेटवर्क से संबंध तो नहीं था और वह कितने समय से इस धंधे में लिप्त था.