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पुणे: इंजीनियरिंग छात्र ने बनाई खास डिवाइस, PPE किट को अंदर से रखेगी ठंडा

PPE  किट से जुड़ी इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज के एक स्टूडेंट ने समाधान पेश किया है. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के सेकेंड इयर के एक स्टूडेंट ने ऐसी डिवाइस तैयार की है जो PPE किट पहनने वाले शख्स को ठंडक का अहसास कराती रहेगी.

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पीपीई किट रहेगा कूल-कूल (सांकेतिक फोटो)
पीपीई किट रहेगा कूल-कूल (सांकेतिक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 19 वर्ष के निहाल सिंह आदर्श ने कर दिया कमाल
  • PPE किट पहनने वाले शख्स को होगा ठंडक का अहसास
  • मई-2020 में प्रोजेक्ट पर शुरू किया था काम

डॉक्टर, नर्स समेत हेल्थकेयर वर्कर्स को हर दिन कई कई घंटे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट पहन कर ड्यूटी करनी पड़ती है. कोरोना महामारी के बीच मरीजों का इलाज करते वक्त खुद को संक्रमण से बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी है. लेकिन हर वक्त PPE किट पहनकर मरीजों के वार्ड में भागदौड़ करते रहना आसान नहीं है. गर्मियों के मौसम में ये और भी ज्यादा मुश्किलें पेश करता है. अधिक आद्रता (ह्यूमिडिटी) वाले स्थानों पर पसीना जल्दी नहीं सूखता और चिपचिपाहट महसूस होती है.

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PPE  किट से जुड़ी इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज के एक स्टूडेंट ने समाधान पेश किया है. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के सेकेंड इयर के एक स्टूडेंट ने ऐसी डिवाइस तैयार की है जो PPE किट पहनने वाले शख्स को ठंडक का अहसास कराती रहेगी.

इस डिवाइस को विकसित करने के लिए मुंबई के केजे सोमैया इंजिनीरिंग कॉलेज ने प्रोजेक्ट के तौर पर मई-2020 में काम शुरू किया गया, लेकिन कौन जानता था कि ये नई सोच वाला प्रोजेक्ट स्टूडेंट्स के लिए सुनहरे भविष्य की नींव बन जाएगा.

19 वर्ष के निहाल सिंह आदर्श ने आजतक से बातचीत के दौरान बताया कि उनके कॉलेज ने उन्हें पिछले  वर्ष लॉकडाउन का समय कारगर तरीके से इस्तेमाल करने की चुनौती दी थी. सभी छात्र कुछ नया करने की कोशिश कर रहे थे. ऐसे में निहाल द्वारा दिए गए आयडिया को कॉलेज ने सेलेक्ट किया और विशेष अनुमति दी की वो पुणे से मुंबई कॉलेज में लॉकडाउन के दौरान इस प्रोजक्ट पर काम कर सकता है. 

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आदर्श अकेले कॉलेज के लेबोरेटरी में इस एयरकूल PPE किट प्रोजेक्ट पर काम करता रहा. इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए निहाल के पिताजी, उसके दो सहयोगी स्टूडेंट्स ने भी उसे मदद की है. निहाल की मां डॉक्टर हैं और पिछले साल से कोरोना पेशेंट्स का इलाज कर रही हैं. मां को रोज 12 घंटे PPE किट पहने देख और मां की परेशानी देख निहाल ने तय किया कि कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए वो एयरकूल PPE किट विकसित करेगा. 

एयरकूल PPE किट
एयरकूल PPE किट

निहाल ने बताया कि उसके पिताजी मुंबई IIT कॉलेज में मैकेनिकल के छात्र रह चुके हैं. फिलहाल वे पुणे में मशहूर फिजिक्स के टीचर हैं और JEE एंट्रेंस के लिए कोचिंग क्लास चलाते हैं. निहाल को उसके दो सहयोगी छात्रों ने डिज़ाइन ड्राइंग करने और डिजिटल मार्केटिंग करने में मदद की है. 

यह अनूठा एयरकूल PPE किट बनाने के लिए निहाल ने हाइटेक ड्रोन को इस्तेमाल किये जाने वाले फैंस इस्तेमाल किये हैं. बैटरी के साथ इस फैन का वजन तक़रीबन एक किलो  है. एक बार चार्ज करने के बाद ये एयरकूल किट 8 घंटे हवा खींचता है और PPE किट को अंदर से ठंडा रखता है. इस फैन को एक विशेष प्रकार का फ़िल्टर लगाया हुआ है, जिससे बाहर की प्रदूषित हवा भी शुद्ध होकर अंदर किट में जाती है और अंदर की अशुद्ध हवा चेहेरे तक नहीं जाती.  

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पुणे के छात्र द्वारा तैयार की गई मशीन
पुणे के छात्र द्वारा तैयार की गई मशीन

इस अनूठे PPE किट का पेटेंट - निहाल ने खुद के नाम रजिस्टर कराया है. अभी तक तकरीबन 150 किट बाजार में आ चुके हैं. कम समय में ज्यादा से ज्यादा किट कोरोना योद्धा और डॉक्टर्स तक पहुंचाने के लिए बड़ी मात्रा में ऐसे किट्स का निर्माण करने के लिए निहाल, अनेक कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है. 
 

 

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