भूस्खलन के बाद मलबे के नीचे दबे पुणे के मालिण गांव में राहत व बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ को सोने के गहने मिले हैं. एनडीआरएफ ने ये गहने महाराष्ट्र पुलिस को सौंप दिए हैं. गांव के स्कूल के टीचर्स और छात्र अपने साथियों की तलाश करने के लिए गांव लौट आए हैं.
एनडीआरएफ के कमांडेंट आलोक अवस्थी ने आज तक से बात की. उन्होंने कहा कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों को यहां बुलाया गया है. जियोलॉजिकल सर्वे इस बात का पता लगाएगा कि क्या मालिण गांव जैसी ही आपदा यहां के अन्य गांव में भी आ सकती है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि एक हाईटेक ड्रोन की मदद से उस स्थान का सर्वे किया जाएगा जहां से ये भूस्खलन शुरू हुआ था.
मालिण गांव में हुए भूस्खलन के पांचवे दिन भी राहत व बचाव कार्य जारी है. बहुत कम उम्मीद के बावजूद एनडीआरएफ के जवान मलबे में जीवित लोगों को खोजने के लिए लगातार बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. अब तक करीब 80 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं जबकि करीब इतने ही लोगों के और मलबे में दबे होने की आशंका है. 8 लोगों को जिंदा निकाला गया है.
पिछले बुधवार की सुबह हुए इस हादसे के कारण गांव के 44 घर मलबे के नीचे दब गए और गांव के लगभग 160 लोग इसके नीचे दब गए थे. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रविवार को मालिण गांव का दौरा करने जा रही हैं. राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वाले सभी लोगों के निकट परिजन को दो-दो लाख रुपये सहायता देने की घोषणा की थी.