मालिन गांव में हुए भूस्खलन के कारण रात 10 और शवों को बाहर निकाले जाने के बाद मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 51 हो गयी है. जिला नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में 22 महिलाएं, 23 पुरुष और छह बच्चे शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि अब तक आठ घायल लोगों को बचाया गया है और उनका नजदीकी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) के 300 से अधिक जवान मलबे के टीले में जीवित लोगों को खोजने के लिए लगातार बचाव कार्य में लगे हुये हैं. अंबेगांव तालुका के गांव में घटना के 48 घंटे के बाद लोगों के बचे होने की संभावना नहीं लगती है.
हादसे के कारण गांव के 44 घर मलबे के नीचे दब गये और गांव के लगभग 160 लोग इसके नीचे दब गये. हादसे में मारे गये पीड़ितों का गांव में उनके दुखी परिजनों के द्वारा कल अंतिम संस्कार किया जाएगा.
उम्मीद है कि महाराष्ट्र के राहत और पुर्नवास मंत्री पतंगराव कदम जिला अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे. इस बैठक में मालिन गांव के प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए एक योजना तैयार की जाएगी.
यहां से लगभग 100 किलोमीटर दूर मालिन गांव का केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दौरा किया और प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वाले सभी लोगों के निकट परिजन को दो-दो लाख रुपये सहायता देने की घोषणा की.