शिव सेना ने दो दिन पूर्व राज्य में टोल संग्रह के विरुद्ध चलाए गए रास्ता रोको कार्यक्रम की असफलता पर शुक्रवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधा. यही नहीं उन्हें 'नौसिखिया' करार दिया गया.
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के एक संपादकीय में लिखा कि ऐसा विचार था कि मनसे के रास्ता रोको कार्यक्रम की वजह से पूरा राज्य थम जाएगा और सड़कें सुनसान हो जाएंगी. सिर्फ कार्यकर्ता नजर आएंगे.
संपादकीय ने राज ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर कीचड़ उछालते हुए लिखा कि इसके उलट सड़कों पर चहलपहल थी और प्रदर्शनकारी अपराह्न् 2 बजे से पहले घर लौट गए. कहा गया कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने मक्खी मारने के अलावा कुछ नहीं किया. यही नहीं कई पुलिसकर्मी तो यह सोचकर हैरान थे कि विरोध-प्रदर्शन कहां जा रहा है?
संपादकीय में कहा गया है कि राज्य के इतिहास में इससे पहले कोई विरोध-प्रदर्शन इतनी नाकामी के साथ खत्म नहीं हुआ. कहा गया कि राज्य में आक्रामक शिव सैनिकों की जरूरत है. विरोध-प्रदर्शन के नाम पर ड्रामा की कोई जगह नहीं है. शिव सेना ने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे को नौसिखिया बताया. ऐसा नौसिखिया जिसे माफ करने के अलावा लोगों के पास कोई चारा नहीं है.