महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने अपने 55वें जन्मदिन पर अनोखा केक काटा. इस केक पर एक तरफ मुगल बादशाह औरंगजेब तो दूसरी तरफ लाउडस्पीकर की तस्वीर थी. मनसे चीफ के जन्मदिन पर उनके समर्थक महाराष्ट्र के रायगढ़ से यह केक लेकर आए थे.
बुधवार को समर्थकों के पहुंचने पर राज ठाकरे ने अपने हाथ में चाकू लिया और औरंगजेब की तस्वीर वाले केक को गले की तरफ से काट दिया. इस दौरान वहां मौजूद उनके समर्थक तालियां बजाते रहे. इसके बाद ठाकरे ने केक का दूसरा हिस्सा भी काट, जिस पर क्रॉस शेप में लाउड स्पीकर बने हुए थे.
बन गए थे दंगे जैसे हालात
हाल ही में महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर हुए विवाद के बाद कई जिलों में दंगे जैसे हालात बन गए थे. राज्य में औरंगजेब और टीपू सुल्तान की तारीफ में की गई सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कई मामले भी दर्ज हुए थे. इसके बाद 7 जून को इसके विरोध में बंद का आह्वान किया गया था और कोल्हापुर के छत्रपति शिवाजी चौक पर हिंदुत्ववादी संगठनों के लोग बड़ी तादाद में इकट्ठा हुए थे. कोल्हापुर में हालात अब भी खराब हैं और 19 जून तक निषेधाज्ञा जारी है. यहां पांच या इससे ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक है.
MNS चीफ ने दी थी चेतावनी
बता दें कि महाराष्ट्र में शिंदे सरकार से पहले लाउडस्पीकर को लेकर काफी विवाद छिड़ा था. तब मनसे चीफ ने चेतावनी दी थी कि अगर किसी मस्जिद में लाउडस्पीकर पर नमाज हुई तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता वहीं जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इसके बाद राज्य के डीजीपी ने पुलिस को निर्देश दिया था कि लाउडस्पीकर को लेकर वो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और कानून का सख्ती से पालन कराएं.
सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुईं 12 घटनाएं
1. कोल्हापुर के एक 29 वर्षीय व्यक्ति को दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसने सोशल मीडिया पर टीपू सुल्तान की फोटो लगाकर कैप्शन में 'भारत का राजा' लिखा था.
2. अहमदनगर जिले के 22 वर्षीय युवक के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर मामला दर्ज किया गया था.
3. नासिक जिले के मालेगांव में दो समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने बताया था कि चारों मालेगांव में कॉलेज के छात्रों के लिए करियर गाइडेंस कार्यक्रम के लिए आए थे और इस दौरान कथित तौर पर धर्मों की तुलना करने लगे थे.
4. कोल्हापुर में 31 घंटे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं थीं. पुलिस ने चार मामले दर्ज कर 41 लोगों को गिरफ्तार किया था.
5. अहमदनगर में संगमनेर के फकीरवाड़ा इलाके में जुलूस के दौरान औरंगजेब के पोस्टर ले जाने के बाद 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
6. इस घटना के दो दिन बाद ही एक हिंदू संगठन ने रैली निकाली थी, जिसमें पथराव की घटना सामने आई.
7. सांगली जिले के कसबे दिगरास गांव के रहने वाले 17 वर्षीय लड़के ने वाट्सऐप स्टेटस पर अफजल खान की फोटो लगाकर कैप्शन में लिखा था, 'बाप तो बाप होता है.' अफजल खान को छत्रपति शिवाजी महाराज का विरोधी माना जाता है. इससे इलाके में तनाव हो गया था. लड़के के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
8. इसके बाद अज्ञात लोगों के एक समूह ने गांव की एक मस्जिद पर पथराव किया था. पुलिस ने बताया था कि 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ दंगा समेत आईपीसी की प्रसांगिक धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई.
9. सतारा जिले के पुसेगांव में सुबह के समय अज्ञात लोगों के एक समूह ने मुस्लिम समुदाय के एक धार्मिक स्थल पर कथित तौर पर लाल रंग फेंक दिया था. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था.
10. सतारा जिले के वाथर इलाके में सोशल मीडिया पर टीपू सुल्तान की तस्वीर प्रसारित करने वाले मुस्लिम शख्स के घर पर 40 से ज्यादा लोगों के ग्रुप ने हमला किया था. हमले के दौरान भीड़ ने अखिल मकसूद पटेल, उनके पिता और मां की पिटाई की थी.
11. सतारा तहसील के सज्जनगढ़ के पास अज्ञात व्यक्तियों ने मुस्लिम समुदाय के एक 'पीरस्थान' में तोड़फोड़ की थी.
12. भंडारा जिले के तुमसर में को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने का मामला भी दर्ज किया गया था.