महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे एक बार फिर अपने आक्रामक बयान के कारण चर्चा में हैं. शुक्रवार को पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अज़ान देने के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत क्यों है, अगर नमाज़ पढ़नी है तो घर में पढ़ सकते हो.
इतना ही नहीं राज ने कहा कि मैं महाराष्ट्र और देश के मुसलमानों को कई बार कहता हूं कि घर में नमाज़ पढ़नी चाहिए क्यों रास्ते में जाम लगाते हो. ठाकरे बोले कि अगर हर कोई इस ओर ध्यान देगा तो देश में संघर्ष नहीं होगा.
ठाकरे ने कहा कि मैं कोई ज्योतिष नहीं हूं लेकिन जो मैंने कहा है वह हुआ है. उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि चुनाव से पहले बीजेपी वाले राम मंदिर का मुद्दा उठाएंगे. अब चार साल बाद इन्हें भगवान राम की याद आई है, राम मंदिर बनना चाहिए लेकिन चुनाव के बाद. जब बीजेपी सरकार में आई थी, तभी राम मंदिर बनना चाहिए था.
महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर चल रहे मराठाओं के आंदोलन का राज ठाकरे ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि राज्य में हो रही हिंसा सरकार की नाकामी का प्रतीक है, अगर ये लोग सुरक्षा नहीं दे सकते हैं तो सत्ता संभालने का कोई हक नहीं है.
मनसे प्रमुख ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम को गले लगाया तो हर कोई मज़ाक उड़ाने लगा. उन्होंने कहा कि पीएम दुनियाभर के नेताओं को गले मिलते रहते हैं, अगर राहुल उनसे मिले तो इसमें क्या गलत है.