महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार बुरे फंस गए हैं. सूखे को लेकर उनके विवादास्पद बयान के बाद विपक्ष उनपर निशाना साधने का मौका नहीं चूक रहा है. साथ ही उनके इस्तीफे की मांग भी तेज हो गई है.
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महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने अजित पवार पर तीखा निशाना साधा है. राज ने कहा कि सूखे से पीड़ित महाराष्ट्र की जनता का मजाक उड़ाने वाले अजित को 2014 में मतदाता ऐसा सबक सिखाएंगे कि वो जिंदगी भर याद रखेंगे.
जलगांव में राज ने एक रैली के दौरान अजित के खिलाफ भद्दी भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘अजित पवार बोले कि पानी नहीं है तो क्या पेशाब करें. 2014 में जनता उन्हें अपने वोट की जगह पेशाब देगी.’
वहीं अजित पवार के आपत्तिजनक बयान से शिवसेना भी गुस्से में है. पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि अजित पवार का बयान बर्दाश्त करने लायक नहीं.
संजय राउत ने कहा कि अजित पवार ने महाराष्ट्र के लोगों का अपमान किया है और उन्हें फौरन मंत्रिमंडल से निकाला जाना चाहिए. संजय राउत ने कहा कि अजित पवार जैसे लोगों का मंत्री होना महाराष्ट्र के लिए कलंक है.
अजित पवार ने रविवार को पुणे के इंदापुर तालुका में एक कार्यक्रम के कहा था कि नदी में पानी ही नहीं है तो वो क्या करें . यहां तक तो ठीक था लेकिन इसके बाद झल्लाकर जो उपाय उन्होंने सुझाया उसे सभ्य जुबान में गाली से कम नहीं माना जा सकता.
हालांकि बवाल बढ़ता देख अजित पवार ने माफी मांगने में देर नहीं लगाई. रैली में मजाक उड़ाया लेकिन प्रेस रिलीज जारी कर चुपके से माफी मांग ली. उन्होंने कहा कि वो सूखा राहत के लिए काम करते रहेंगे. पवार ने अपने बयान में कहा कि लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के लिए वो माफी मांगते हैं.