महाराष्ट्र के उल्हासनगर मनपा के विरोधी दल के नेता एवं बीजेपी लीडर राजेश वानखेड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट में शामिल हो गए हैं. इस मौके पर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने वानखेड़े को शिवबंधन बांधा. इसके बाद शहर में ठाकरे गुट में उत्साह का माहौल है.
उल्हासनगर की राजनीति में राजेश वानखेड़े का दबदबा है. वो मनपा में बीजेपी की ओर से विपक्षी नेता रह चुके हैं. शहर कार्यकारिणी में महासचिव पद पर भी रह चुके हैं. साल 2014 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अंबरनाथ सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और शिवसेना के बालाजी किनिकर को कड़ी टक्कर दी थी.
अंबरनाथ सीट से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
इस चुनाव में किनिकर को 46 हजार और राजेश वानखेड़े को 45 हजार वोट मिले थे. किनिकर एक हजार वोटों के अंतर से विजयी हुए थे. बताया जा रहा है कि राजेश को आगामी विधानसभा चुनाव में अंबरनाथ सीट पर उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया गया है. उन्हें उद्धव ठाकरे गुट में शामिल कराने की रणनीति कल्याण जिला प्रमुख चंद्रकांत बोडारे और जिला समन्वयक धनंजय बोडारे ने बनाई है.
उद्धव गुट में जाने से इन सीटों पर पड़ सकता है असर
राजेश के साथ आने से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की ताकत बढ़ गई है. जिला समन्वयक धनंजय बोडारे ने संकेत दिया है कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और अन्य दलों के नेता शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट में शामिल होंगे.
कहा जा रहा है कि वानखेड़े की एंट्री का असर अंबरनाथ, कल्याण पूर्व और उल्हासनगर विधानसभा और कल्याण लोकसभा सीट पर पड़ेगा. वो शहर के प्रसिद्ध तक्षशिला शिक्षा संस्थान के महासचिव हैं. अंबेडकरी समुदाय में उनकी साफ छवि है.
2014 के विधानसभा चुनाव में किनिकर के प्रतिद्वंद्वी रहे राजेश शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट में शामिल हो गए हैं. राजेश ठाकरे गुट से अंबरनाथ विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार होंगे. इससे किनिकर की टेंशन बढ़ गई है. इस सियासी उठापटक का असर कल्याण लोकसभा सीट पर भी पड़ेगा.