अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा के आगामी चुनाव के लिए वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल को टिकट दिया है. वह पहले से ही राज्यसभा के सदस्य हैं. पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख सुनील तटकरे ने बताया कि प्रफुल्ल पटेल का राज्यसभा कार्यकाल चार साल का बचा है, लकिन कुछ कारणों से उन्हें फिर से मैदान में उतारने का फैसला किया गया है.
सुनील तटकरे ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के कार्यकारनी अध्यक्ष पटेल राज्यसभा के मौजूदा कार्यकाल से इस्तीफा दे देंगे और नए सिरे से नामांकन करेंगे. वह आज यानी गुरुवार को अपना नामांकन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि प्रफुल्ल पटेल गुरुवार को दोपहर में अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
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प्रफुल्ल पटेल को क्यों दिया गया राज्यसभा का टिकट?
अजित की एनसीपी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि आखिर सिटिंग सांसद को दोबारा टिकट क्यों दिया जा रहा है लेकिन सुनील तटकरे के मुताबिक, तकनीकी कारणों से ऐसा किया जा रहा है. गौरतलब है कि विधायकों के साथ शरद पवार को एनसीपी से बेदखल करने की वजह से विधायकों को अयोग्यता का नोटिस भेजा गया था.
अजित पवार ने 57 विधायकों के साथ तोड़ दी पार्टी
प्रफुल्ल पटेल को भी एक नोटिसा भेजा गया था लेकिन अब वह नए सिरे से सांसद बनेंगे तो उन्हें अयोग्यता नोटिस से राहत मिल जाएगी. अजित की एनसीपी ने पटेल का नाम राज्यसभा के लिए तब घोषित किया जब महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष अयोग्यता नोटिस पर फैसला सुनाने वाले थे. अजित पवार ने 57 विधायकों के साथ पार्टी से किनारा कर लिया था. बाद में उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई और डिप्टी सीएम बने.
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2022 में राज्यसभा के सांसद बने थे प्रफुल्ल पटेल
शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी एनसीपी को लेकर चुनाव आयोग ने इसी महीने की शुरुआत में फैसला सुनाया था. आयोग ने विधायकों के समर्तन को देखते हुए अजित पवार को ही एनसीपी की कमान सौंप दी और पार्टी पर उनके अधिकार को मंजूरी दी. प्रफुल्ल पटेल जून 2022 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे और उनका कार्यकाल 2028 में खत्म होना था.