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2 हजार के नए नोट लेने से बचते नजर आए कर्मचारी, कार्ड से भुगतान की अपील

ज्यादातर लोगों को कार्ड से पैसे देते देखा गया. भले ही टोल प्लाजा पर गाड़ियों की कतारें लंबी हो रही थीं, लेकिन लोग धीरे-धीरे नए सिस्टम से टोल टैक्स देते नजर आए.

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टोल पर कैशलेस भुगतान
टोल पर कैशलेस भुगतान

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मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के तालेगांव टोल प्लाजा पर दिसंबर दो तारीख रात बारह बजे से टोल वसूली शुरू होने के तुरंत बाद लोगों और टोल कर्मचारियों के बीच अलग ड्रामा देखने को मिला. रात 12 बजे से जिसे भी रोका जा रहा था, वो बचने की कोशिश करता नजर आ रहा था. एक लेन से कुछ गाड़ियों को बिना टोल दिए जाने दिया गया, तो उसके बाद आए लोगों ने टैक्स देने से इनकार कर दिया.

दो हजार के नोट लेने से बचते रहे टोल कर्मी
सुबह होते-होते टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारे लग गईं. तालेगांव टोल प्लाजा पर कई नजारे देखने को मिले. टोल कर्मचारी दो हजार के नोट लेने से बचते नजर आए. कैश की बजाए कार्ड से पैसे देने को तवज्जो दिया जा रहा है और लोग भी कार्ड सिस्टम पसंद कर रहे हैं.

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वहीं ट्रक चालकों की परेशानी रुकने का नाम नहीं ले रही है. टोल कर्मचारी दो हजार लेकर छुट्टा देने की बजाए पांच सौ के पुराने नोट खपाने के चक्कर में नजर आए. जब 'आज तक' ने सफाई मांगी, तो तुरंत पांच सौ के नोट ट्रक ड्राइवर को देकर बताया गया कि टोल पर पुराने पांच सौ के नोट लेते भी हैं और देते भी हैं.

कर्मचारियों ने की कार्ड के इस्तेमाल की अपील
ज्यादातर लोगों को कार्ड से पैसे देते देखा गया. भले ही टोल प्लाजा पर गाड़ियों की कतारें लंबी हो रही थीं, लेकिन लोग धीरे-धीरे नए सिस्टम से टोल टैक्स देते नजर आए. ये दर्शाता है कि लोगों को कैशलेस सोसाइटी ज्यादा सुविधाजनक लग रही है. टोल कर्मचारी इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन पर निर्भर कर रहे हैं और पब्लिक से अनुरोध कर रहे हैं कि वो डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से ही टोल की रकम अदा करें.

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