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'शिवसेना बचाने के लिए की थी बगावत', बोले CM एकनाथ शिंदे, उद्धव ठाकरे पर निशाना

पुणे जिले के राजगुरुनगर में 'शिव संकल्प' रैली में लोकसभा चुनाव के लिए अभियान की शुरुआत करते हुए जमकर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. शिंदे ने कहा, ''मैंने ईमानदारी के साथ और पार्टी को बचाने के इरादे से रुख अपनाया. उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन सरकार को गिरा दिया और मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया."

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एकनाथ शिंदे ने एक कार्यक्रम के दौरान उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा (फाइल फोटो)
एकनाथ शिंदे ने एक कार्यक्रम के दौरान उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पार्टी को बचाने के लिए ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया और जून 2022 में शिवसेना को दो फाड़ कर दिया. पुणे जिले के राजगुरुनगर में 'शिव संकल्प' रैली में लोकसभा चुनाव के लिए अभियान की शुरुआत करते हुए जमकर उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा.

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पीटीआई के मुताबिक शिंदे ने कहा, ''मैंने ईमानदारी के साथ और पार्टी को बचाने के इरादे से रुख अपनाया. उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन सरकार को गिरा दिया और मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया."

शिंदे ने कहा, "1995 में जब पार्टी पहली बार (भाजपा के साथ गठबंधन में) सत्ता में आई तो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन उन्होंने अपनी जगह एक अन्य पार्टी कार्यकर्ता (मनोहर जोशी) को मुख्यमंत्री बना दिया.

शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''किसी ने वादा किया था कि एक शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाएंगे लेकिन फिर वह खुद सीएम बन गए.''

दरअसल, मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर 2019 में भाजपा के साथ दशकों पुराना गठबंधन तोड़ने वाले ठाकरे ने यह कहकर अपने फैसले का बचाव किया था कि उन्होंने अपने दिवंगत पिता से वादा किया था कि एक बार फिर सेना के एक कार्यकर्ता को राज्य का शीर्ष पद मिलेगा. 

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'निवेश के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया'

इस बीच, शिंदे ने महाराष्ट्र के बाहर चल रही बड़ी परियोजनाओं को लेकर उनकी सरकार की आलोचना का भी जवाब दिया. उन्होंने दावा किया कि पिछले साल दावोस में हस्ताक्षरित 1.37 लाख करोड़ रुपये के निवेश सौदों में से 85 प्रतिशत सौदे अमल में आए. मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछले ढाई साल में गुजरात ने कर्नाटक और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया था, लेकिन पिछले डेढ़ साल में हमने फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है."

'महाराष्ट्र में अबकी बार 45 पार'

शिंदे ने आगे कहा, ''लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए काम को स्वीकार किया है और इसका परिणाम चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में देखा गया है. अबकी बार 45 पार (इस बार हम महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 45 से अधिक सीटें जीतेंगे) महाराष्ट्र के लिए नया नारा होगा. 

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