राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक शुक्रवार से नागपुर में होने जा रही है. यह बैठक तीन दिन (9 मार्च से 11 मार्च तक) चलने वाली है. इस बैठक में 10 मार्च शाम तक सरकार्यवाह का चुनाव होगा. बैठक में 1500 प्रतिनिधि होंगे.
गौरतलब है कि सरकार्यवाह के पद पर भैयाजी जोशी पिछले 9 साल से हैं. इस बार उनकी जगह ये जिम्मेदारी सहसरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबोले को दी जा सकती है. वैसे भैयाजी जोशी की जगह होसबोले को जिम्मेदारी मिलने की चर्चा पिछली प्रतिनिधिसभा की बैठक में भी उठी थी लेकिन तब भैयाजी को ही इस पद पर बने रहने को कहा गया और मामला टल गया.
इस बैठक में 3 वर्षो के संघ के काम काज और प्रयास पर चर्चा होती है. आरएसएस के संगठनात्मक ढांचे में कुछ बड़े बदलाव सहित कई महत्वपूर्ण फैसलों के लिहाज से ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
बता दें कि 2013 में 28000 स्वयंसेवक और 2014, 2015, 2016 में करीब 80 से 90 हजार स्वयंसेवक जुड़े.
2017 में 1 लाख 25 हजार लोगों ने संघ से जुड़ने की इच्छा दिखाई है. जिसमें ज्यादातर लोग 25 से 35 साल की आयु वाले है. मेरठ में 1998 में इनकी संख्या 20 हजार थी लेकिन कुछ दिन पहले 1 लाख हो गई. इसमें 30 साल से कम आयु के 70000 लोग हैं और 40 से कम 31000 लोग हैं. मेरठ में राष्ट्रोदय में 1,50,000 लोग शामिल हुए थे.
हर तीन वर्ष पर प्रतिनिधि सभा की संगठन मुख्यालय नागपुर में बैठक बुलाकर संघ के कार्यवाह (एक तरह से कार्यकारी प्रमुख) का चुनाव किया जाता है. इसके साथ ही संघ के अन्य प्रमुख पदाधिकारियों की नियुक्त होती है. सभी पदाधिकारियों का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है.